Ashfia Parvin

Horror comedy romance

3.8  

Ashfia Parvin

Horror comedy romance

Vampire love story

Vampire love story

25 mins
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यह कहानी बाणी की है। बाणी जो 17 वर्ष कि नेक दिल कि लड़की है। वह अपने मम्मी पापा के साथ ही रहती है और उसका दो बेस्ट फ्रेंड है एक का नाम अहान है और दूसरा प्रीती और दोनों ही उसका पडोसी है । बाणी, प्रीती और अहान का दोस्ती बहुत ही गहरा है क्यूंकि वह तीनो बेस्ट फ्रेंड के साथ साथ पडोसी जो है।

एक दिन कि बात है जब अहान, प्रीती और बाणी स्कूल खत्म होने के बाद स्कूल से वापस एक साथ घर लौट रहे थे। रास्ते में तीनो अपना अपना साईकल चला के आ रहे थे और बाते कर रहे थे।

अहान -" क्या बात है बाणी आज के टेस्ट में 10 आउट ऑफ 10 आया तुम्हारा। आज कल पढ़ाई खूब करती हो लगता है इस साल राहुल के जगह तुम टॉप करोगी "। 

बाणी -" हाँ, यही तो मेरा टारगेट है। मुझे राहुल को हराना है। इस साल कि टॉपर में ही बनूँगी। राहुल ने मेरे साथ पंगा लेके ठीक नहीं किया। "

अहान -" लेकिन तुम तो एवरेज स्टूडेंट हो। क्या होगा अगर यह चैलेंज राहुल जीत गया तो? वह हमेशा टॉप करता है। इस बार भी वो ही होगा। बाणी, तूम एक काम करो अभी भी वक़्त है वह चैलेंज वापस ले लो "।

बाणी -" नहीं, मैं चैलेंज देके वापस नहीं ले सकती। पता नहीं कैसे होगा लेकिन मैं ही करुँगी टॉप। "

तीनो ऐसे ही रास्ते में साईकल चला के और बात करके आ रहे थे कि तभी अचानक से बाणी, प्रीती और अहान के पीछे से एक ब्लैक कलर का कार आता है और जान बुज के बाणी के साईकल से टकरा कर बहुत तेज चला जाता है जिससे बाणी के हाथ में चोट लग गया।ऐसे होने पर बाणी साईकल से गिरते गिरते बची।

बाणी -" देख के नहीं चला सकता क्या? "

अहान बाणी के चोट कि तरफ देखते हुए बोला -" बाणी, तुम्हे तो चोट लगा है। दर्द हो रहा है क्या?


बाणी -" नहीं, मजा आ रहा है। खच्चर है क्या? चोंट लगा तो दर्द नहीं होगा तो मजा आएगा क्या? "


बाणी ने ब्लैक कार का न. नोटिस किया। वह था -MH-2 -w-0666.

बाणी -" अहान तुमने गाड़ी का न. देखा? यह महाराष्ट्र का गाड़ी है और मुंबई में ज्यादा तर गुंडे टाइप के लोग रहते है। इसका मतलब यह बंदा भी थोड़ा झगडालू टाइप का होगा। बंदा या बंदी। फेस तो नहीं देखि। खैर। "


प्रीती :- " और उसके गाड़ी में बैट का टैटू बनाया हुआ था और फंग्स के भी"।

अहान :-" प्रीती, अभी तक तो तुम चुप थी जब हमारे क्लास के राहुल के बारे में हम बात कर रहे थे और अभी अचानक से बात कर रही हो। वैसे आज कल तुम्हारा बेहेवियर बहुत चेंज हो गया प्रीती। क्या बात है तुम ठीक तो हो?"

प्रीती :-" तुम लोग क्यों राहुल के पीछे पड़े हो। वह बिचारा क्या बिगाड़ा है तुम लोग का। वह तो पढ़ाई करता है। और तुम लोग उसको टॉप करने से रोक रहे हो? "

यह बात सुन अहान और बाणी पहले तो एक दूसरे के तरफ देखे और फिर दोनों एक साथ प्रीती कि तरफ देखते हुए बोले -" तुम्हारा बेहेवियर चेंज होने के पीछे कही राहुल तो नहीं? कही राहुल तुम्हारा क्रश तो नहीं? "

प्रीती :-" हाँ, राहुल मेरा क्रश है।"

अहान :-" अरे!वह देखो। वहा पे।"

बाणी :-" क्या इस बिल्डिंग को? इसमें क्या ? "

अहान :-" नहीं बाणी, हमारे अपार्टमेंट नहीं। वह देखो कार पार्किंग के जगह में वह ब्लैक कार भी है जिसमे बैट और फंग्स का टैटू था? अरे! वही अभी जो तुम्हे धक्का देते हुए नीकल गया?

प्रीती :-" यह कार हमारे कार पार्किंग एरिया में क्या कर रहा है? क्या यह लोग हम जिस बिल्डिंग में रह रहे है यह लोग भी यहाँ रहने नहीं आये तो?"

बाणी -" अगर ऐसा है तो में देख लुंगी उस बंदा या बंदी को, जो वी था, व्हाटएवर। चलो घर चलते है। "


इतना कह कर तीनो उस बिल्डिंग के तीसरे फ्लोर में आ गए और अपने अपने रूम में चले गए।

अपने घर जाके बाणी फ्रेश हो कर अपने पेरेंट्स के साथ लंच कर रही थी। फिर अपने रूम जाके बिस्तर में लेट गई। फिर अचानक उठ गई और खुद से ही बोली -" क्या यार बाणी? कितने पंगे लेके घूमती है? फर्स्ट प्रॉब्लम राहुल से भी अच्छा स्कोर मुझे लाना है। फिर यह यह ब्लैक कार प्रॉब्लम। आईडिया! चलो, खोज करते है कौन है वह ब्लैक कार का मालिक"।

यह कह कर वह निचे रखे उस कार के पास गई और अच्छा से ऑब्जरव करके खुद से ही बोलने लगी -" देख के लग रहा है यह गाड़ी जिसका भी है उसे vampire और ड्राकला बड़ा ही पसंद है इसलिए तो गाड़ी के पीछे फंग्स(और बैट का टैटू बनाया हुआ है। और गाड़ी का न. भी अजीब है 0666। 666 को ईविल न. भी माना जाता है। खैर, अब मुझे यह खोज करना है कि यह लोग कोनसा अपार्टमेंट में रहते है? कहा रहते है यह लोग आखिर? चलो देखते है। "

इतना कह कर जब बाणी पीछे मुड़ी तो पहले एक दम के लिए 440 वोल्ट का झटका लगा। बाणी ने देखा कि उसके सामने एक ब्लैक जैकेट और जीन्स में एक हैडसम और यंग लड़का खड़ा हुआ है । उसका आँख ब्लू कलर का है और लिप पिंक कलर का। वह लड़का बाणी को गुस्से से घूरे जा रहा था लेकिन कुछ नहीं बोल रहा था। यह देख बाणी बोली -" इस तरह कोई किसी को शॉक देता है क्या? मैं संभाल गई लेकिन मेरे जगह कोई और कमज़ोर दिल वाला होता तो शायद हार्ट अटैक में ही मर जाता"।

लेकिन फिर भी वह लड़का कुछ नहीं बोला और अपने नीली आँखों से बाणी को गुस्से से देख रहा था।

बाणी -" हेलो! में आपसे ही बात कर रही हुँ। इतना गुस्सा से क्या देख रहे हो। गुस्सा तो मुझे करना चाहिए। ऐसा लग रहा है आपने मुझे डराये नहीं बल्कि मैं आपको डराय।"

फिर वह लड़का अपना चुप्पी तोड़ते हुए बोला -" यह मेरा गाडी है। "

बाणी :-" हाँ, तो में आपका गाडी चला थोड़ी रही थी या टच कि बस देख रही थी। " इतना कह कर बाणी जाने लगी फिर अचानक से कुछ याद आया तो तब बाणी पीछे मुड़ी और बोली :-" ओह! तो वह आप ही है जिनको रूल तोड़ने में मजा आता है। आपने ही मुझे धक्का मारा "।

तब वह लड़का पीछे मुड़ा और बाणी को अजीब तरीके से गुस्से से घूर रहा था  और फिर बिना कोई जवाब ना दे के वहा से जा रहा था। बाणी को गुस्सा आया लेकिन उसे इग्नोर कर वो जा रही थी कि तभी बाणी का पैर किसी एक पत्थर से टकराया और वह गिरते गिरते बची। तब वह लड़का जाते हुए बोला :-" जब तुम्हे चलना और चलाना ही नहीं आता तो तुम चलती और साईकल चलाती क्यों हो? "

यह सुन बाणी गुस्से से उस लड़के के पास आई और उसके ब्लैक जैकेट को पकड़ते हुए बोली :- क्या समझते हो अपने आप को? हीरो? हाँ? बहुत देर से तुम्हारा यह सब कुछ सेह रही थी? तुमने मुझे रास्ते में अपने गाडी से धक्का क्यों मारा? जरा सा नीली आँखे और हैडसम हो तो इसका मतलब तुम खुद को हीरो समझने लगे हो? "

यह सब होने के बाद भी वह लड़का शांत रहा और अपने जेहरीली सी मुस्कान के साथ अपना जैकेट से बाणी का हाथ निकलते हुए कहा :-" तुम जानते नहीं हो कौन हुँ मैं? दूर रहो मुझसे "। इतना कह कर वह लड़का निकल गया।

फिर रात हो गया था और बाणी डिनर के बाद अपने मम्मी पापा को गुड नाईट बोल कर अपने रूम में जा कर स्टडी टेबल के पास बैठ कर पढ़ने लग गई लेकिन बाणी कंसन्ट्रेट नहीं कर पा रही थी बार बार आज का इंसिडेंट के बारे में याद आ रहा था।


बाणी चेयर से उठ कर अपने खिड़की के पास गई और आसमान में चन्द्रमा की ओर देखने लगी। बाणी को जब भी पढ़ाई में कंसन्ट्रेट नहीं होता था तब वो खिड़की के पास जा के आसमान में तारे और चन्द्रमा को देखती थी। फिर अचानक से बाणी का नज़र निचे गया तो देखने को मिला कि वही यंग और हैडसम लड़का बाणी को निचे से देख रहा था। वह अभी भी वही ब्लैक जैकेट और ब्लैक जीन्स पहने हुए था। यह देख बाणी थोड़ा सा हैरान थी। बाणी खुद से कहने लगी -" यह कही पागल वागल तो नहीं। इसका बेहेवियर भी अजीब है। दोपहर ही कह रहा था दुर रहो मुझसे और फिर अभी निचे से मुझे देख रहा है? "

बाणी उसे इग्नोर कर के खिड़की को बंद कर के फिर से स्टडी टेबल के पास जा के पढ़ने लगी। बाणी का पढ़ाई जब ख़तम हुआ तब रात के 1 बज रहे थे। बाणी अपने चेयर से उठ कर जब पीछे बेड कि ओर सोने जा रही थी कि तभी बाणी को फिर से जोर का झटका लगा। बाणी के पीछे वही लड़का खड़ा था।

बाणी :-" यह क्या? तुम मेरे रूम के अंदर कैसे आये? लेकिन सबसे बड़ी बात तुम यहाँ क्या कर रहे हो? "

उस लड़के का कोई जवाब ना आने से बाणी को थोड़ा डर लगने लगा। वह एक बार के लिए सोची कि वो चिल्लाए लेकिन फिर सोची कि अगर मुँह बंद कर दिया तो इसलिए बाणी धीरे से अपना स्टडी टेबल के पास से राउंडर ( rounder) उठाई और सीधा उस लड़के के मुँह पे अटैक करने वाली थी कि तभी वह लड़का उसका हाथ पकड़ लिया और राउंडर निचे गिर गया। फिर वह लड़का बोला :-" मुझे पता है ऐसा किसी के कमरे आना ठीक बात नहीं। उसके लिए सॉरी। तुम्हारा ब्रासेलेट मेरे जैकेट में आ गया था इसलिए में उसे लौटने आया हुँ। तुम जब गुस्से से मेरे जैकेट को पकडे थे तब शायद आ गया होगा मेरे जैकेट में। यह लो अपना ब्रासेलेट। "

बाणी :-" आई थिंक कि आपका दिमाग़ का स्क्रू थोड़ा ढीला है। मेरा फ्री का एडवाइस है कि आपको किसी साइकोलॉजीस्ट के पास दिखाना चाहिए। कभी मेरा नुकसान करते हो तो कभी भलाई।वैसे, थैंक यू। लेकिन आप आये कैसे? "

उसके चुप रहने से बाणी बोली :-" वैसे, आप से कितने बार मिल चुकी हुँ। लेकिन आपका नाम? "

फिर वह लड़का चुप्पी तोड़ते है बोला :-" अभय। "

बाणी :-" हाँ, सच में ही तो तुम्हारे अंदर डर ही कहा है। नाम के साथ अपना पर्सनालिटी एक दम फिट है, अभय। वैसे मेरा नाम.. "

बिच में ही अभय बोला :-" बाणी "

बाणी :-" आपको कैसे पता? "

अभय कुछ नहीं बोला और निचे से राउंडर उठाते हुए बाणी को दिया और बोला :-" ऐसे किसी तरह राउंडर से किसी के ऊपर अटैक नहीं करते। पहले ही किसी को गलत मत समझा करो। "

बाणी राउंडर को लेते हुए :-" इस तरह किसी के कमरे में भी कोई नहीं आता है। लेकिन आप आये कैसे? खैर, नहीं बताना चाहते तो ठीक है। वैसे में आपको सुबह के इंसिडेंट के लिए माफ करती हुँ। क्या आप मेरे दोस्त बनेंगे, अभय " इतना कह कर बाणी ने अपना हाथ दोस्ती के लिए आगे बढ़ाया।

अभय :-" sure, बाणी " अभय बाणी का हाथ थामते हुए बोला।

अभय :-" तुम्हारा ब्लड ग्रुप A है ना? "

बाणी :-" तुम्हे कैसे पता? "

अभय :-" स्मेल कर के, वैसे मैं स्मेल कर के सबका ब्लड किस प्रकार का है, वह भी बता सकता हुँ। "

बाणी :-" अच्छा, तो फिर मेरा बताओ तो? "

अभय :-" चॉक्लेट जैसा स्मेल है तुम्हारा ब्लड का "

बाणी :-" अच्छा मज़ाक है। "

बाणी अपने हाथो में जो राउंडर पकड़ी हुई थी उसे टेबल में रखने जा रही थी कि तभी अचानक से बाणी के हाथ में राउंडर थोड़ा सा चुभ गया जिससे बाणी के हाथ से खून निकलने लगा जिससे सामने खड़े अभय का बेहेवियर चेंज होने लगा। फिर अचानक से बाणी के सामने से ही अभय लाइट के स्पीड से गायब हो गया। यह देख बाणी हक्का बक्का रह गई।


बाणी उसको इग्नोर कर अपने हाथो कि ब्रासेलेट कि और देखने लगी और मुस्कुराते हुए बोली :-" वह इतना अच्छा है, केयरिंग है और मैं फालतू में। " फिर सीरियस होके बोली :-" वह आया कैसे मेरे रूम में? और गायब कैसे हो गया? और उसका सारा चीज ब्लैक ही क्यू है? उसमे कुछ तो गड़बड़ जरूर है।" 


यह कहते हुए बाणी अपने बिस्तर पर गई और लेट गई। थोड़ी ही देर में बाणी का आँख लग गया ओर बाणी सो गई।


अगली सुबह बाणी का नींद अलार्म के बजने से खुला। बाणी अंगड़ाई लेते हुए बिस्तर में उठ कर बैठ गई। फिर बाणी के टेबल में रखे फ़ोन बजने लगा। बाणी कॉल उठाई। वह कॉल बाणी का बेस्ट फ्रेंड प्रीती का था।

प्रीती :- हेलो बाणी।

बाणी :-" हाँ बोलो प्रीती "।

प्रीती :-" स्कूल नहीं जाना "।

बाणी :-" हाँ, जाउंगी ना झाड़ू देने।

प्रीती :-" ओह! में भूल गई थी आज संडे है। "

बाणी :-" आज संडे है और मेरे दिमाग में एक आईडिया आया है। "

प्रीती :-" क्या? "

बाणी :-" क्यों ना आज शाम हम तीनो बेस्ट फ्रेंड एक साथ कही पिकनिक करने चले इससे हम तीनो एक साथ टाइम स्पेंड कर सकते है। "

प्रीती :-" हाँ, ठीक है लेकिन कहा जायेंगे पिकनिक करने? "

बाणी :- " हमारे स्कूल के पीछे एक जंगल है वहा पे "

प्रीती :-" पागल है, लोग उस जंगल में शाम होने के बाद नहीं जाते है। लोग उस जंगल को शपित मानते है। "

बाणी :-" हाँ, तो, आज तक कोई कुछ देखा क्या? तूने देखा? "

प्रीती :-"अच्छा ठीक है "।

बाणी :-" ठीक है तो फिर शाम में मिलते है उस जंगल में। अहान को बता देना। "

इतना कह कर बाणी ने कॉल कट किया और फिर ब्रश कर के एक्सरसाइज कर ब्रेकफास्ट करने चली गई। बाणी जब सुबह अपने मम्मी पापा को देखि तब उसे लगा कि कल जो हुआ उसे बता देना चाहिए लेकिन फिर भी नहीं बताई। बाणी अपने मम्मी पापा से सिर्फ इतना बताई कि उसने और एक न्यू फ्रेंड बनाया जिसका नाम अभय है और वह यहाँ पे ही रहता है।


शाम के चार बज रहे थे जब बाणी अपने रूम पे पिकनिक के लिए रेडी हो रही थी। बाणी ब्लैक कलर का कुर्ती और लगींस पहनी हुई थी। वह रेडी हो रही थी कि तभी बाणी के मम्मी बाणी के पास आये।


बाणी के मम्मी :-" बाणी, जल्दी वापस आ जाना। "

बाणी :-" हाँ, मम्मी। "

बाणी के मामी :-" वैसे कहा पे पिकनिक मानाने जा रहे हो? "

बाणी अपना इयररिंग पहनते हुए रुक गई। वह मन में सोच रही थी कि अगर वह उस जंगल के बारे में बात करें तो शायद नहीं जाने देंगे। तो बाणी ने झूठ कहा।

बाणी :-" कही नहीं बस एसई एक पार्क में जा रहे है "।

बाणी के मम्मी कुछ बोलने ही जा रही थी कि उनको कुछ जरुरी बात याद आ गया जिससे वह बाणी से ठीक से बात नहीं कर पाई और किचन रूम में चले गए। उनको जाते देख बाणी ने जोर का साँस लेते हुए बोली -" बाल बाल बच गई। वैसे उल्लू तो मैं अपने दोस्तों को भी बना रही हुँ लेकिन यह ठीक नहीं है। पिकनिक तो एक बहाना है असल में तो उस भयंकर जंगल का राज़ खोलना है। मुझे देखना है कि सच में वह जंगल शापित है या एसई लोगो का कहानी है "।

फिर बाणी ने अपने बैग में एक बड़ा सा ओउजा बोर्ड डाल के चैन बंद कर ली। तभी बाणी को एक अननोन न. से कॉल आता है। बाणी ने कॉल उठाया। वहा से आवाज़ आया :-" हेलो बाणी। "

बाणी :-" आप कौन? "

अभय :-" में अभय बोल रहा हुँ "।

बाणी :-" ओह! अभय। तुम्हे मेरा न. कहा से मिला?

लेकिन वहा से कुछ आवाज़ नहीं आया।

बाणी जानती है कि अभय का बेहेवियर थोड़ा अजीब है। वह इग्नोर कर बोली।

बाणी :-" अच्छा छोड़ो, आज मैं अपने दो बेस्ट फ्रेंड के साथ पिकनिक करने जा रही हुँ। तुम चाहे तो आ सकते हो। "

अभय :-" कहा पे? "

बाणी :-" हमारे डॉलफिन कॉलेज के पीछे एक जंगल है। वहा पे। तुम मेरे नये दोस्त हो इसलिए मैं भी चाहती हुँ कि तुम आओ। क्या तुम आओगे?"

लेकिन पता नहीं क्या हुआ कि अचानक से कॉल कट गया।

बाणी को अजीब लगा लेकिन इग्नोर कर वो निचे अपने दोस्तों के साथ साईकल लेकर उस जंगल के वहा पोहुंच गई।


वह जंगल बहुत ही घना है और शाम में भी बहुत अंधेरा था।

अहान :-" यहाँ पे तो कितना अंधेरा है। सुनो बाणी यह जगह पिकनिक मानाने के लिए बिलकुल भी ठीक नहीं है। "

बाणी :-" हाँ, तो कौन बोला हम पिकनिक मनाएंगे। यहाँ तो हम ओउजा बोर्ड खेलेंगे।"

प्रीती :-" पागल, वैसे भी तो लोग कहते है यहाँ आत्माओ का निवास है ओर तुम यहाँ ओउजा खेलने आई हो? "

बाणी :-" प्लीज यार माना मत् कर।"

अहान :-" इंट्रेस्टिंग। मुझे एडवेंचर बहुत पसंद है। "

प्रीती :-" पर "

अहान :-" तुम डरपोक हो तो जा सकती हो "।

प्रीती :-" लिसेन, मैं डरपोक नहीं हुँ। ठीक है मैं भी खेलूंगी ओउजा "।

फिर बाणी उस जंगल में पड़े कुछ लकड़िया इकठा कर आग जलाई और अपने बैग से दो कैंडिल्स और ओउजा बोर्ड को निकलते हुए कैंडल जलाया।

बाणी :-" तुम लोग को पता है ना कैसे ओउजा बोर्ड खेलते है? नहीं पता तो में फिर से बताती हुँ। यह ओउजा बोर्ड है। और यह कॉइन है। हमें आत्मा से बात करने के लिए हम तीनो को इस कॉइन में हाथ रखना पड़ेगा और आत्मा से क्वेश्चन पूछना है। अगर यहाँ पे कोई भी आत्मा है तो फिर वह इस बोर्ड के मदद से कॉइन को हिला के उस अल्फाबेट के पास लेकर answer देगा। समझें? "

प्रीति :-" हाँ "

बाणी :-" तो शुरु करते है। वैसे अभी टाइम कितना हो रहा है। शाम के 7। दोनों अपना अपना ऊँगली रखो मेरे साथ इस कॉइन पे "

फिर बाणी बोली :-" क्या यहाँ पे हमारे अलावा भी कोई और है? क्या यहाँ पे कोई आत्मा है? अगर है तो हमारे साथ प्लीज बात करो। क्या हमारे आस पास कोई अच्छी या बुरी आत्मा है? "

प्रीती :-" क्या कर रही है? अच्छा को बुला बुरा नहीं। "

अहान :-" हाँ, हाँ, हाँ, यह सब बकवास है और कुछ नहीं। "

तभी अचानक से उस जंगल में जोर का हवा चलने लगा और अहान के साइड से एक काली बिल्ली चली गई।

फिर अचानक से वह कॉइन मूव करते हुए यस के तरफ गया। यह देख कर वह दोनों डर गए।

अहान :-" बाणी, तूम कुछ कर रही हो ना? तुम्हारे पास मैगनेट तो नहीं है? "

बाणी :-" नहीं सच्ची। "

फिर बाणी बोली :-" आप केसी आत्मा है अच्छा या बुरा? "

तब वह कॉइन खुद से मूव करते हुए B -A-D लिखा। यह देख बाणी बोली :-" कोई बिच से उठ कर मत जाना नहीं तो बहुत बुरा होगा। अच्छा तुम बुरे हो। तुम्हारा नाम क्या है? "

फिर वह कॉइन मूव किया।

बाणी :-" A-Y-U-S-H. तो तुम्हारा नाम आयुष है। तो फिर तुम मेल हो? "

वह कॉइन यस कि तरफ गया।

प्रीती :-" क्या कर रही है बाणी। अभी क्विट कर इससे। "

बाणी :-"अरे डर मत। इस आत्मा से जो भी पूछेंगे वह सब answer बताएगा। तेरे क्रश के बारे में पुछु। "

बाणी :-" क्या राहुल भी प्रीती को लाइक करता है? "

वह कॉइन मूव हुआ।

अहान :-" अरे! यह क्या प्रीती इसमें यस दिखा रहा है। इसका मतलब राहुल भी तेरे को लाइक करता है। "

बाणी :- अच्छा तो फिर मेरा एक क्वेश्चन है इस आत्मा से आई मीन आयुष से। क्या में टॉप कर पाऊँगी? "

वह कॉइन मूव किया ।

अहान :-" यह क्या? बाणी? इसमें तो यह न दिखा रहा है। "

बाणी :-" यह कैसे हो सकता है? मैंने तो यस के तरफ किया। "

अहान :-" अब आया चोर सामने। प्रीती यह भूत फुट कुछ नहीं। यह बाणी के पास मैगनेट है ओर हमारे साथ मज़ाक कर रही है । "

बाणी :-" ठीक है, मैं मान ली। लेकिन यह यस के तरफ नहीं जाके नो कि तरफ क्यू? इसका मतलब अहान तुम्हारे पास भी। तुम भी मज़ाक कर रहे थे।


अहान :-" हाँ, हाँ तुम भी तो। "

प्रीती :-" इसका मतलब राहुल लाइक नहीं करता मुझे। ओर यहाँ कोई आत्मा वत्मा नहीं है। "

बाणी :-"अच्छा ठीक है। अब हम सीरियस है। मज़ाक नहीं करेंगे। ओके। "

प्रीती हाथ बढ़ाते हुए :-" पहले दोनों अपना मैगनेट मेरे पास दो। "

बाणी :-" यह लो। "

बाणी :-" अगर कोई भी आत्मा है तो प्लीज मेरा एक क्वेश्चन का answer दे दो। मेरा ट्रू लव कब आएगा? क्या मुझे मेरा ट्रू लव मिलेगा? "


अहान :-" हाँ, हाँ, हाँ, सो फनी। अब कुछ भी नहीं हो रहा है। यह सब बकवास है। ओर बाणी तुम्हे ट्रू लव क्यों चाहिए?कोई है जो तुम्हारा सारा जन्मो का साथ देने के लिए पूरी तरीके से तैयार है। "

बाणी :-" क्या मतलब? "

अहान :-" वह तुम्हारा सामने ही तो रहता है हमेशा। "

बाणी :-" कुछ समझ नहीं आया। "

प्रीती मुस्कुराते हुए बोली :-" कोई बात नहीं समझ जाओगी एक दिन बाणी।"

बाणी :-" व्हाटएवर। मैं इस कॉइन से ऊँगली हटा देती हुँ तुम लोग भी हटा लो यह सब फालतू का है। "

तब अचानक से मौसम बदला और जंगल में अंधेरा तो था ही और जोर से हवा भी होने लगा जिससे वह तीनो थोड़ा डर गए। फिर वह कॉइन आटोमेटिक जोर से मूव होने लगा। 

यह देख तीनो उस कॉइन का मैसेज पढ़ने लगे।

बाणी, अहान और प्रीती, तीनो एक साथ पढ़ते हुए बोले :-" वह आ रहा है। "

फिर कॉइन मूव करना बंद हो गया। तीनो एक दूसरे का शकल देखते रह गए। 

अहान :-" वह आ रहा है। "

बाणी :-" कौन? "

प्रीती :-" तुम्हारा लास्ट क्वेश्चन क्या था? "

बाणी :-" मेरा सच्चा प्यार कब आएगा? "

अहान :-" भक, प्रीती यह तुम किये ना? "

प्रीती :-" नहीं, मैंने नहीं किया सच्ची। ओर यह जंगल में इतना जोर से हवा क्यों चल रहा है। मुझे डर लग रहा है। मुझे घर जाना है। "

बाणी :-" वह आ रहा है। कौन? क्या मेऱ सच्चा प्यार? "

इतना कहते ही जंगल में जोर से हवा चलने लगा और बिजली कड़कने लगा ओर दूर से कोई लड़का आते हुए दिखाया दे रहा था।

प्रीती :-" वह देख... कोई आ रहा है वहा से"।

बाणी :-" इस जंगल में कोई नहीं आता तो फिर कौन है वहा? "

फिर अचानक से जो ओउजा बोर्ड के पास दो कैंडिल्स जल रहा था वह हवा से बुज गया। 

वह तीनो वुड फायर के मदद से देख रहे थे और फिर से कैंडल जलाये तो वह दूर खड़ा लड़का उन लोगो के पास आया। चेहरा ठीक से दिख नहीं रहा था।

बाणी कैंडल ले के चल कर उस लड़के के पास पोहूंची।

बाणी :-" अभय। तुम? "

प्रीती :-" यह कौन है? "

बाणी :-" अरे! तुम लोगो को बताना भूल गई। यह मेरा न्यू फ्रेंड अभय। "

अहान :-" क्या वह वही जो कल तुम्हे रास्ते से आते वक़्त कार से धक्का मारा था।"

बाणी :-" हाँ, लेकिन वह गलती से शायद "।

अहान :-" तुम इससे फ्रेंडशिप कैसे कर सकती हो? मुझे तुम से बात नहीं करना। वैसे भी रात हो ने को आया में जा रहा हुँ बाय "।

बाणी :-"अहान, बात तो सुनो "।

लेकिन अहान गुस्से से साईकल लेके अपना घर कि और चल दिया।

लेकिन प्रीती बाणी का बात समझ कर अभय के तरफ हाथ बढ़ाते हुए बोली :-" मैं प्रीती "

अभय :-" मैं अभय "

बाणी :-"मुझे लगा कि तुम नहीं आओगे क्यूंकि तुमने कुछ नहीं बोला था। वैसे बहुत रात होने को आया हम घर जा रहे थे। "

प्रीती :-" वैसे, बाणी ने झूठ बोला था। हम यहाँ ओउजा बोर्ड खेल रहे थे। "

अभय जंगल के चारो तरफ देखते हुए बोला :-" वैसे तुम लोगो का बहुत हिम्मत है, यह जानते हुए कि यह जंगल शापित है तुम लोग ओउजा खेल रहे थे।मुझे भी लग रहा है कि अभी तुम लोगो को घर जाना चाहिए। यहाँ ज्यादा देर रुकना ठीक नहीं होगा। "


तब अचानक से बाणी का फ़ोन रिंग हुआ बाणी ने कॉल उठाया।

बाणी :-" हेलो "

बाणी के मम्मी -" कब आ रही हो? जल्दी आओ "

बाणी :-" हाँ, मम्मी आ ही रही हुँ। "

बाणी :-" सोरी अभय। हम लोग कुछ कर नहीं पाए इस बार। "

अभय :-" its ओके। वैसे अहान शायद नाराज़ है। "

बाणी :-" हाँ"

प्रीती :-" टेंशन मत ले वह ज्यादा देर तक किसी के ऊपर गुस्सा नहीं कर पता स्पेशली बाणी तुम्हारे ऊपर। "

बाणी :-" तो फिर चलो चलते है ".

प्रीती :-" अरे! ऍम सॉरी हम एक साथ नहीं जा सकते घर क्यूंकि मेरा एक इम्पोर्टेन्ट काम है। मुझे मैथली के घर से उसका नोटबुक्क लाना है। तो तुम लोग चलो, मैं मैथली के घर से अपने घर जाउंगी, बाय।"

बाणी :-" पर प्रीती अकेली, इस जंगल से जाओगी "।

प्रीती :-" हाँ, तो तुम्हारे साथ रहके में निडर बन गई। ओके बाय। "


अभय :-" तो फिर चलो, हम दोनों भी अपना घर चलते है। "

बाणी :-" हाँ, ठीक है "।


जंगल से जाते वक़्त अभय बहुत ही चुप रह रहा था। उसे बात करने के लिए बाणी ने पहले कन्वर्सेशन स्टार्ट किया।

बाणी :-" वैसे अभय तुम अपने घर में किसके साथ रहते हो मम्मी पापा के साथ। "

अभय :-" नहीं अकेला, वह नहीं रहे। "

बाणी :-" सॉरी, और तुम्हारा उम्र क्या है? "

यह सुन अभय बाणी के तरफ देखा और फिर रास्ते के और देखते हुए कहा :-" 400 साल "

बाणी :-" क्या? "

अभय हँसते हुए कहा :-" जोकिंग, 18 ईयर "।

दोनों ऐसे ही जा रहे थे। अभय बात बहुत कम बात करता था जिससे बाणी ही ज्यादा बात करने का कोशिश करती थी।

रास्ते में एक गड्ढा था जो बाणी ने देख नहीं पाया ओर बाणी चलते चलते उस गड्ढे कि और पैर डाल दिया जिससे बाणी और अभय दोनों एक साथ निचे गिर गए।

दोनों उस गड्ढे में गिर गए जिससे दोनों को बहुत चोंट लगा।

बाणी :-" यहाँ कितना अंधेरा है। "

अभय :-" आई लव ब्लैक "

बाणी :-" क्या? यहाँ से बाहर कैसे निकले? "

अभय :-" निकल जायेंगे । बस तुम अपना आँख बंद रखो। "

बाणी :-" क्या? "

अभय :-" बस आँख बंद रखो। "

बाणी :- पर क्यों?

अभय :-" कितना सवाल करती हो तुम? "

यह कहकर वह खुद बाणी का आँख अपने हाथ से बंद किया।

बाणी कुछ समझ नहीं पाई और वह अभय का पैर पे अपना पैर रख उसका कन्धा पकड़ के बोली :-" यह क्या कर रहे हो अभय? क्या हम ऐसे जा सकते है? ऊपर? पागल हो तुम? मेरा आंख बंद करने से मैं कैसे देखूंगी। "


अभय कुछ नहीं बोला। बाणी को ऐसा लगा कि बाणी हवा में उड़ रही है। बाणी :-" क्या हम हवा में उड़ रहे है? "

फिर धीरे से अभय ने अपने हाथ बाणी के आँखों से हठा लिया।

बाणी ने अभय के और देखते हुए कहा :-" हम... हम यहाँ कैसे? हम तो गड्ढे में थे? रास्ते में कैसे आ गए? तुमने यह कैसे किया? क्या हम हवा में उड़ रहे थे?"

अभय :-" लगता है तुम दिन में सपना देखते हो? "

यह सुन बाणी गुस्सा हो गई और बोली :-" क्या मैं सपना देख रही हुँ? पहले तुम बताओ? तुममें तो बहुत कुछ गड़बड़ है? पहले यह बताओ तुम कल मेरे घर में कैसे आये और फिर मेरे रूम से चले कैसे गए? जब मेरे हाथ में राउंडर चुभ गया था और खून निकल रहा था तब कहा चले गए थे? तुम्हारे बेहेवियर भी बहुत अजीब है?फिर आज गड्ढे से हम यहाँ कैसे आये? जब मेरा आँख बंद था मुझे लगा कि हम उड़ रहे थे? ओर तुम्हारा जैकेट और जीन्स ब्लैक कलर का ही क्यू? तुम्हारा कार भी? हाँ, हो सकता है तुम्हारा फवौरेट कलर ब्लैक हो लेकिन वह फंग्स(fangs )और बैट का टैटू क्यू? ओर तुम इतने हैंडसम और यंग दीखते हो। तुम्हारा आँख भी ब्लू है ओर तुम मज़ाक में बता रहे थे कि तुम 400 साल के हो इसका मतलब कही तुम वामपंर(vampire) तो नहीं हो? तुम जरा ई करो तो मुझे तुम्हारा दाँत देखना है? "


यह सुन अभय हसने लगा :-" देख लिए मेरा दाँत। नार्मल ही है। हाँ, हाँ, वैसे एक बात बताओ तुम वामपंयर्स और ड्राकला का मूवीज बहुत देखती हो या पढ़ती हो ना? यह सब रियल में नहीं होते है। हाँ, हाँ, हाँ।"

बाणी :-" अच्छा ऐसा बात है तो अभी में चेक करती हुँ। मुझे पता है vampire को सिल्वर का चीज़ो से बहुत दिक्कत होता है। मेरा लॉकेट सिल्वर का है। एक बार इस सिल्वर के लॉकेट को छू के दिखाओ? "

ऐसे कहने पे अभय पीछे हट गया। तब बाणी उसके तरफ बढ़ते हुए वह सिल्वर लॉकेट को अभय के हाथ में रख दी जिससे अभय एक झटके मे वह सिल्वर का लॉकेट फेंक दिया और अपनी असली रूप में आ गया।

बाणी जो सोच रही थी वह सही था। अभय एक Vampire है।

बाणी :-" अभय तुम तो सच में ही vampire हो।

इससे अभय कुछ नहीं बोला ओर तेजी से हवा के रफ़्तार से दौड़ते हुए वहा से गायब हो गया। यह देख बाणी हक्का - बक्का हो गई थी।

बाणी घर आने के बाद अपने मम्मी पापा को सच बता दी कि वह उस जंगल में गई थी जिससे उसके पेरेंट्स उसे नाराज़ हो गए।

बाणी अपने रूम में जा कर अभय के बारे में सोचने लगी।

बाणी :-" अभय के पास सुपरनेचुरल पावर है। अभय एक vampire है। इसका मतलब अभय खून पिता जानवर है। "

यह सब सोचते सोचते बाणी अपने टेरेस पर आ गई। बाणी टेरेस में खड़ी अभय के बारे में सोच रही थी कि बाणी के पीछे से आवाज़ आया। जब बाणी पीछे मुड़ी तो बाणी को अभय नज़र आया।

अभय :-" हाँ, तुम सही सोच रहे हो, मैं एक vampire हुँ। मैं इंसानों का खून पिता हुँ।

बाणी :-" vampire बुरे होते है।

अभय :-" नहीं, सारे vampire बुरे नहीं होते है, कुछ अच्छे और कुछ बुरे। बुरे वामपंयर्स लोगो का मार के खून पीते है और अच्छे जो लोग ब्लड डोनेट करते है वह ही पीते है ओर मैं अच्छा हुँ। जब कोई ब्लड डोनेट करता है तभी पीता हुँ। लेकिन एक बात पुछु तुम्हे डर नहीं लग रहा है कि तुम्हारे सामने एक vampire खड़ा है।डर लगना चाहिए ना तुम्हे?"

बाणी :-" डर? ओर मुझे? हाँ, हाँ, हाँ, में खतरों कि खिलाडी हुँ ओर मैं खुश हुँ कि मेरा कोई vampire दोस्त भी है।अच्छा तुम्हारे पास सुपरनेचुरल पावर है ना? तुम मुझे दिखा सकते हो?"

अभय :-" ठीक है, अपना आंख बंद करो "।

बाणी :-" ठीक है "।

अभय :-" 10 से उलटी गिनती कर ने के बाद आँख खोलना "

बाणी :-"10,9,8,7,6,5,4,3,2 1 एंड 0 में आँख खोल रही हुँ "।

इतना कह कर बाणी अपना आँख खोल दिया । आँख खोलते ही बाणी के मुँह से एक ही आवाज निकला :-" वाओ!"

बाणी के सामने एक बड़ा सा झरना था जो झर झर कर गिर रहा था। आसमान में चाँद ओर तारे साफ साफ दिखाय दे रहा था। झरने के पास ही एक बड़ा सा गुलाबी पेड़ था।

इतना सुन्दर नज़ारा देख कर बाणी के मुँह से सिर्फ तीन शब्द ही निकला :-" आई लव यू, यूनिवर्स "।

कुछ देर ऐसे ही देखने बाद बाणी ने अभय को थैंक्स कहने के लिए पीछे मुड़ी। बाणी जब पीछे मुड़ी तब बाणी को देखने को मिला कि अभय के हाथ में एक गुलाब का फूल था और अभय उस गुलाब को बाणी के तरफ बढ़ाते हुए कहा :-" आई लव यू बाणी। क्या तुम मेरा हमसफ़र बनोगी? "

बाणी निशब्द अभय कि और देखे जा रही थी। बाणी सोच रही थी कि वो एक vampire है और मैं एक इंसान। बाणी को जंगल कि वो ओउजा बोर्ड का बात याद आने लागा जिसमे वह कॉइन मूव कर के बता रहा था कि वो आ गया जब बाणी ने अपने सच्चे प्यार का क्वेश्चन उठाया था।

बाणी अपने खयालो से बाहर आते हुए ओर उस गुलाब कि ओर हाथ बढ़ाते हुए बोली :-" हाँ, में बनूँगी तुम्हारा हमसफ़र। आई लव यू टू, अभय "।

फिर दोनों नी शब्द हो गए और सिर्फ एक दूसरे को देखते रहे।


"बाणी, बाणी, बाणी उठ जा बेटा सुबह के 7:00 बज रहे है, कॉलेज नहीं जाना तुझे "- यह आवाज़ सुन बाणी का नींद टूट गया। बाणी को देखने को मिला कि उसकी मम्मी उसके सामने थी। बाणी को पता चला कि वह एक सपना देख रही थी।

बाणी :-" हाँ, मम्मी, जाना है कॉलेज "।

फिर रेडी हो कर अपने दो बेस्ट फ्रेंड अहान और प्रीती के साथ कॉलेज चली गई ओर फिर तीनो एक साथ साईकल लेके आ रहे थे।

रास्ते में

अहान :-" क्या बात है बाणी आज टेस्ट में 10 आउट ऑफ 10? इस साल कि टॉपर तो तुम बनोगी। "

बाणी :-" हाँ, यही तो मेरा टारगेट है, मुझे राहुल को हराना है। राहुल ने मुझसे पंगा लेके ठीक नहीं किया। "

तीनो दोस्त बाते करते हुए साईकल चलते हुए जा ही रहे थे कि तभी एक ब्लैक कार बाणी को धक्का देते हुए आगे निकल गया।

बाणी :-" देखके नहीं चला सकता क्या ? " इतना कहते ही बाणी का वह सपना याद आ गया जो पुरे रात सो सोकर देख रही थी। बाणी मन में अपना सपना याद करने लगी।


प्रीती :-" वह देखो गाड़ी का नो. MH-2-w-0666"

बाणी मन ही मन सोचने लगी कि कही तो वह सपना नहीं देख रही है फिर से। बाणी को लगा वो सपना देख रही है। वो जागने का बहुत कोशिश कि लेकिन इस बार बाणी सपना नहीं देख रही थी बल्कि यह हकीकत में हो रहा था।



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