Sumit Mandhana

Abstract

4.0  

Sumit Mandhana

Abstract

सुशांत सिंह राजपूत

सुशांत सिंह राजपूत

2 mins
293


बहुत ही कम उम्र में सुशांत हम सब को अलविदा कह कर हमेशा के लिए विलीन हो गए। वे अपने व्यक्तित्व और अभिनय की ऐसी छाप छोड़ गए हैं कि, वो हमारे दिल-ओ-दिमाग पर हमेशा रहेगी । लेकिन जरा सोचिए अगर यह बंदा लाईम लाईट में नहीं होता तो क्या होता? 

मेरे कहने का मतलब है, अगर इन्होंने टीवी धारावाहिक से शुरुआत करके फिल्मों तक का सफर तय नहीं किया होता तो क्या होता है ? इतनी अच्छी हाइट बॉडी वाले सुशांत सिंह राजपूत अगर कोई पुलिस ऑफिसर होते तो क्या होता !   

चलिए इसे कहानी के रूप में पढते हैं। सुशांत एक बहुत ही दमदार दबंग पुलिस ऑफिसर है। जुल्म की दुनिया में इनके नाम का बड़ा दबदबा है । सुशांत का खौफ हमेशा उनके ज़हन में होता । छोटे-मोटे गुंडे लोग तो इन से पंगा भी नहीं लेते है । सुशांत के सामने आते ही बड़े से बड़े गुंडे या टपोरी की भी एक बार तो सिटी पीटी गुम हो जाती। गुंडे लोग उनको देख कर ही घबरा जाते, और यूं गायब हो जाते जैसे गधे के सर से सींग!!    एक बार में वे किसी अपराधी के पीछे लगे थे। वह अपनी काले शीशे वाली गाड़ी की रफ्तार बढ़ाये जा रहा था। सुशांत बाइक पर उनका पीछा कर रहे थे। तभी अचानक सुशांत ने गाड़ी की स्पीड बढ़ाई और उसे ओवरटेक करते हुए अपनी बाइक से जंप करके सीधा कार का शीशा तोड़कर अंदर आ गए । 

कहते हैं कानून के हाथ लंबे होते हैं। लेकिन सुशांत की तो टांगे भी लंबी है और उन्होंने इसी का फायदा उठाकर अपना पैर उसके सीने पर जमा दिया। उसे हिलने का भी मौका नहीं दिया और अपनी रिवाल्वर निकाल कर उसके कनपटी पर रख दी और इतने खतरनाक अपराधी को अकेले अरेस्ट करके लॉकअप में ले आए। तो यह थी कहानी हमारे जांबाज पुलिस ऑफिसर सुशांत सिंह राजपूत की। 


Rate this content
Log in

Similar hindi story from Abstract