सुरक्षित
सुरक्षित


"ऋतु सुना तुमने कल जापान से मेहता परिवार आया है,"सौरभ ने ऋतु से कहा। हाँ !पडोस मे है ,पहले तो जा कर हाल चाल पूछती ही थी । अब कोरोना के डर से दूर ही अच्छा ।पता नही कोरोना तो नही वैसे वो 14 दिन क्वांनटाइन है !वो नोटिस लगा दिया है आज उनके घर के बाहर। बडा ही डर है घर मे रहो । दरवाजा ना खोलना! सुरक्षित रहना है। विदेश मे रहने सब जाते है अपना देश छोडकर की भारत मे कुछ नही विदेश पैसा कमाऐगें ।"अब जब जापान से मदद नही मिली तो अपने देश के प्रधानमंत्री से सिफारिश की बचा लो"।
ऋतु ने सौरभ से कहा ,"हाँ जी बेटे को बाहर जाने की बात बताने पर घंमड आ गया था। अपने देश वालो को तो समझते ही नही थे कुछ ।चीन ने अपने ही देश के लोग जो बाहर काम करते थे आने को मना कर दियाअपने देश मे। । और भारत ने सभी को बुलाया है। ये उनहे भी समझ आना चाहिए जो मोदी जी को भेदभाव मे हिंदू मुस्लिम करते थे ।इराक और सभी देश से भारतीयों को बुलाया। और मेडिकल किट्स भी भेजी जहाँ भारतीयों का टेस्ट करने को मना किया था।
सही कह रही हो..ऋतु अपना देश ही सुरक्षित है और अपना है, जैसा भी है।