सपने तो सपने होते है

सपने तो सपने होते है

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सपने तो सभी देखते हैं ।किसी को याद रहते हैं, और किसी को याद नहीं रहते।सपने में हम इतना खो जाते हैं कि हमें ऐसा लगने लगता है ,वह हमारे साथ ही हो रहा है। और अचानक अगर आँख खुल जाए तो बुरी चीज देखी हो तो लगता है शुक्रिया भगवान! कि वो मेरे साथ सच नहीं हुआ और कुछ अच्छा हो जाए तो हे भगवान !काश यह सच हो जाता। इसी उधेड़बुन में रहते है हमेशा।हम हमेशा सपने देखते और भूल जाते हैं ।कभी याद रह जाता है पर कभी कभी मुझे लगता है कि हमारे तो अनकॉन्शियस माइंड में कुछ चल रहा होता है ,कुछ ना कुछ उसका कनेक्शन हमारे सपनों से होता है या तो हमारे दिमाग में वह बातें होती हैं या हमने उसको एक तरह से डिलीट कर दिया होता है पर वह फिर भी हमारी मेमोरी में वो बाते रह जाती है।कभी भी सपनो मे आती है।कभी वो हो भी जाता है जो सपना देखते है। तब आश्चर्य हो जाता है।

 अभी हाल फिलहाल में परसों मैंने सपने में देखा कि मेरी किचन में पानी पानी हो रहा है और मै नींद मे थोडी उठ कर जैसे ही रसोई मे पैर रखती हूँ तो पूरी रसोई मे पानी पानी।आप यकीन नही करेगें। अगले दिन जैसे मै सुबह 5. 30 उठी। थोडी देर बाद मैने जैसे ही किचन में रखा तो फर्श पर पानी पानी है और वह पानी जो आरो का पाइप था वह जहां पर कनेक्ट होने के लिए वह रहता है। वहां से निकलकर वह फर्श पर गिर गया और  पानी गिर रहा था गलती से आरो का स्विच खुला रह गया था तो वह पूरी किचन में पानी हो गया। मुझे हंसी भी बहुत आई कि देखो पूरा भी सपना हुआ तो क्या हुआ! और उसके बाद जो मुझे मेहनत लगी है साफ करने में क्योंकि जो पहले रसोईया होती थी उसमें एक जगह होती थी ,जहां पर आपका सारा पानी निकल जाया करता था। जाली लग जाती थी। पर अब मॉडर्न किचन में जो आजकल अपार्टमेंट है उसमें निकालने पानी निकालने की कोई जगह नहीं होती ।तो निकालने में मेरे बेटे और मैंने दोनों ने बहुत मेहनत से वह साफ किया ।

तो ऐसे बहुत सारे सपने हैं जो कभी-कभी हमारे हकीकत जैसे लगने लगते हैं ।और बहुत सारे ऐसे हैं जो हमें अच्छे लगते हैं देखने और हम उन चीजों को जीना चाहते हैं उस तरह से तो सपनों में सपने तो बहुत देखते आए हैं कुछ याद है कुछ भूल गए।

एक बार की बात याद है मुझे पर पता नही आप सब यकीन करेगें या नही। पर सोचा सपने की बात लिख ही रही हूँ ।मेरी मम्मी की एक बचपन की सहेली थी शिक्षा मासी। पर उन्हे टी.बी. जैसी बिमारी हो गई ।मम्मी की खास सहेली तो जब से मिलकर आई उनसे तब से मम्मी उनकी चिंता करती रहती।एक दिन मम्मी ने सपने मे देखा की रात ढाई बजे शिक्षा मासी आई है और मम्मी दरवाजा खोलती है , और चौक जाती है बोलती है अरे इतनी रात को शिक्षा तू यहाँ ! शिक्षा मासी ने कहा अरे तेरी कालोनी के सामने से गाडी मे जा रहे थे ,गाडी मे पंचर हुआ है तो सोचा तुझसे मिल आऊँ रात तो बहुत हुई है पर रूक नही पाई बिना मिले। मम्मी बोली आ अंदर बैठ ,शिक्षा मासी बोली नही ,बहुत लोग है मेरे साथ। नही आ सकती बस मिल ली तुझसे ये ही बहुत है।

और मम्मी ने सपने को सुबह ही पापा को बताया। पापा ने कहा तुम चिंता करती हो इसलिए सपना आया होगा।

दो दिन बाद रक्षाबंधन पर मामा जी आये राखी के लिए तब उ्न्होने बताया की दो दिन पहले वो दुसरे कोई शहर एडमिट हुई थी पर उस दिन दुनिया से चली गयी ।और रात को उसी दिन आपके घर (हमारे) के सामने वाली सडक से ही ले गये ।

यकीन ही नही हुआ उसी रात देखा उनहे मम्मी ने।

सपने तो सपने होते है। बस कुछ बाते याद आई तो लिख दिया।ऐसा बहुत लोगो के साथ होता है। खुली आँखो से देखे सपने सच हो जाते है। बंद आँखो से देखे सच नही होते। पर सपने तो सपने होते है।


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