सुपरहीरो मेड इन इंडिया
सुपरहीरो मेड इन इंडिया
हमारा प्यारा शहर दिल्ली जिसे दिलवालों का शहर कहा जाता है,अब प्यारा नहीं रहा, छोटे-छोटे बदमाश गुट बनाकर शहर में लूटपाट,छिनतई,आगजनी और भी दूसरी तरह की आपराधिक काम करके शहर में गंदगी फैलाने में लगे हुए हैं।
आजकल जिधर देखो उधर भय और आतंक का बोलबाला है ,शहर के माहौल में भय के कीटाणु घुल गए हैं जैसे!राजनेता भी तनाव के इस वातावरण में, समस्या का समाधान करने के बजाय अपनी कुर्सी बचाने में लगे हुए हैं।
शहर का एक लड़का है,' सुन्दर 'जिसका दिल मोम की तरह नरम है, मगर इरादों में फ़ौलाद सी मजबूती है,वह अपने शहर को इस गुंडाराज से बचाना चाहता है लेकिन वह तो एक साधारण सा लड़का है, इस सब से अकेले कैसे मुकाबला कर पाएगा।फिर भी वह हिम्मत नहीं हारता और धैर्य से काम लेता है,उसने कंप्यूटर की पढ़ाई की थी तो उसे ही वह अपनी ताकत बनाकर शहर के बदमाशों से लोहा लेने के लिए निकल पड़ा।उसने कम्प्यूटर पर एक ऐसा प्रोग्राम बनाया जिससे कहीं पर भी हो रही आपराधिक गतिविधि का पता लगाया जा सकता है, वह अपने इस प्रोग्राम के जरिए शहर में हो रहे अपराधों का पता लगाने में जुट जाता है,साथ ही वह अपने जैसे ही बहादुर लड़कों का एक समूह भी बना लेता है जो उसके इस काम में हर तरह से उसके साथ रहे।
जब भी उसे ऐसे किसी बदमाशों के गिरोह का पता चलता वह अपने समूह के साथ उनका मुकाबला करने के लिए चल पड़ता, उसने अपने लिए एक खास तरह की पोशाक भी तैयार कर ली थी,जिससे उसे अपनी पहचान छुपाए रखने में मदद मिलती है।
और एक-एक करके सुन्दर ने शहर से बदमाशों का खात्मा करना शुरू कर दिया, धीरे-धीरे शहर में पहले के जैसा अमन-चैन भरा माहौल बहाल होने लगा।लोग हैरान थे कि ऐसा कौन है जो ये सब अच्छे काम कर रहा है ,कौन है ये सुपरहीरो जो शहर का भला करने में लगा हुआ है, लेकिन सुन्दर कभी भी किसी के सामने नहीं आया। कोई भी उस फरिश्ते को देख नहीं पाया और सुन्दर अंदर ही अंदर अपना काम करता रहा,आजकल भी वह अपने काम में लगा है शायद हमारे ही बीच में कोई रह रहा है!