सरप्राइज गिफ्ट
सरप्राइज गिफ्ट


रात के एगारह बज चुके थे...। निशी अपने कमरें से चलकर अपनी चाची की लड़की की कमरे तक आती है.. और आवाज लगाती हैं.., "नीलू... नीलू... जल्दी कर न... अब खुद को कितना सवारेगी..। राहुल भी आ रहा है हमें पिक करने के लिए अपनी बाइक लेके(राहुल निशी की फुवा का बेटा था) और अगर माँ ने हमदोनों को देख लिया इस हाल में तो फिर आफ़त मच जाएगी और हम दोनों का जाना भी कैंसिल..हो जायेगा "।
नीलू जल्दी जल्दी कहती है.., "हाँ.. बाबा.. चल और सुन वो गिफ्ट रख ली जो मैंने तुझें दिए थे पैक करने के लिए.."।
"हां.. डिअर नीलू मैंने रख ली है.."।
"पता नहीं मेरा गिफ़्ट राज को पसंद आयेगा या फिर नहीं "। नीलू उदास होकर कहती है।
निशी- "अब चल न... नही भी पसंद आया तो क्या हुआ वो तुझें लाइक तो करता है न.."।
नीलू-"हां ये तो है.. फिर भी.. आज का दिन उसके लिए ज्यादा ही ख़ास है और हमदोनों इस तरह चुपके से जा रहे है"।
निशी- "तो क्या हुआ..? यही तो उसको सरप्राइज देना है हमें और उसने इंवाइट भी तो नहीं किया क्योंकि हमारे पेरेंट्स नहीं आने देते... नहीं तो उसका मन नहीं कि हम उसके बर्थडे पार्टी में आए..
"चल-चल राहुल भी आ गया.. वरना हम लेट हो जाएंगे "निशी, नीलू से कहती है..।
राज की पार्टी में वे दोनों पहुँचती है,तो सभी उन दोनों को देख कर सरप्राइज्ड हो जाते है और बहुत खुश भी
राज- तुम दोनों को पता नहीं है कि मैं कितना खुश हूं तुम्हें देख के ,दिल के अरमान पूरे हो गये मेरे
निशी- अच्छा जी ,हमदोनों ..या फिर नीलू को देख कर..।
राज- तुम भी न निशी.. तुम दोनों ने तो मुझें अच्छा सरप्राइज गिफ़्ट दे दिया, मेरी पार्टी और भी शानदार हो गई तुम्हारे आने से..।
निशी- हां.. हां.. अब चलो भी टाइम तो देखो जरा.. अब शुरू हो जाओ केक काटने के लिए
राज- हां.. हां..बिल्कुल चलो सभी..केक काटते है।
जैसे ही राज ने केक काटनी शुरू करी तो सभी दोस्तों ने हैप्पी बर्थडे बोलकर राज को विश किया..। इस तरह सभी अपना-अपना गिफ़्ट देने लगे और नीलू भी अपना गिफ़्ट दी..।
नीलू- राज इस गिफ्ट को अभी खोलो.. प्लीज़..।
राज ने जैसे ही गिफ्ट खोला तो उसमें -से -एक टेढी गर्ल डान्स करते हुए सिंगिंग करने लगी.. आई लव यू.. आई लव यू...
राज ये सुनकर नीलू को अपने गले से लगाकर उसे भी आई लव यू बोल देता है..।
नीलू तुमने तो मेरे लाइफ का सबसे खूबसूरत सरप्राइज गिफ्ट दे दी.. नीलू आई लव यू सो मच
फिर सभी दोस्त पार्टी में एन्जॉय करने लगे..
राज और नीलू रोमांटिक गाने पर डांस करने लगे..
इधर नीलू और निशी के घर में उसकी माँ उन दोनों को न देखकर परेशान हो गई और सोचने लगी कही दोनों घर छोड़कर तो न भाग गई...फिर निशी कि माँ ने कॉल किया
जैसे ही निशी कॉल रिसीव करती है तो.. उसकी माँ को सांसों में सांस आई और घबरा के बोलने लगी... कहाँ हो तुम दोनों.. ऐसे करते है क्या..? आधी रात को बिना बताए कही भी चले जाना..।
निशी- हां.. हां.. ठीक है माँ हम अभी आते है तुम टेंसन ना लो...।
निशी- नीलू के पास जाकर बोलती है अभी के अभी हमें घर जाने होंगें... माँ ने फोन की थी..।
नीलू- क्या आन्टी जान गई.. हम कहाँ है..?
निशी- नहीं हमने ये नहीं बताया कि हम कहाँ हैं.. अब चलो जल्दी..
दोनों तैयार हो जाती हैं वहाँ से जाने के लिए..।
राज- मैं तुम दोनों को पहुँचा देता हूं..।
निशी- नहीं हम चले जाएंगे राहुल के साथ.. वैसे भी तुम्हारा आज जन्मदिन है तुम एन्जॉय करो..
राज- पर आन्टी सवाल करेगीं तुम कहाँ थी.. तो क्या बोलोगी..?।
निशी- हम कुछ भी कहकर उन्हें मना लेंगें, तुम टेंसन न लो..।
राज- नहीं मैं कुछ नही जानता, मैं तुमदोनो को घर पर सही सलामत छोड़कर ही आऊंगा..।
निशी-ठीक है.. ठीक है.. अब चलो जल्दी..।
राज- अपनी गैरेज से कार निकालता है और दोनों बहनें जल्दी से बैक सीट पर बैठ जाती है फिर राज ड्राइव करने लगता है..।
जैसे ही राज उनके घर के पास गाड़ी रोकता है और गाड़ी से लड़के को निकलता देख निशी की माँ गुस्सा हो जाती है..।
निशी की माँ- राज से तुम इतनी रात को इनके साथ क्या कर रहे हो..?।
राज- आन्टी आप प्लीज़ गुस्सा न होवे मैं सब बातें बताता हूं..।
निशी की माँ- मग़र ऐसे.. इस तरह से आधी रात को लड़कियों का बिन बताए चले जाना.. ये गुस्से वाली बात नहीं है क्या..? "।
राज- हां.. आन्टी आप बिल्कुल सही बोल रही हो.. लेकिन पहले हमारी भी बातें सुन ले.. उसके बाद आपका जो निर्णय होगा हम सभी को मंजूर होगा..।
इस तरह राज बड़े प्यार से नीलू की सरप्राइज गिफ्ट देने की बात बता दिया ।
राज के प्यार से बोलने की वजह से आन्टी का गुस्सा भी खत्म हो गई..
और दोनों बच्चीयों को प्यार से डाँटते हुए घर में आने दी.. और कहने लगी अब से कहीं जाना तो बिन बताए बिल्कुल नहीं... वरना.. डाँट के साथ साथ सजा भी मिलेगी..। दोनों बहनें हँसती हुई राज को शुभरात्रि कहकर अपने घर के अंदर चली आती है..।