संघर्ष
संघर्ष




आज बार बार पुलिस की गाड़ी एनाउंस कर रही कि सब अपने घरों में रहे,... नीरवता बढ़ती जा रही..आज मन नहीं लग रहा लोग जानते हुए भी सावधानी नहीं रख रहे... हमें आभारी होना चाहिए... डॉ. पुलिस कर्मी, नर्स, सफाई कर्मचारी, हर उस इंसान का... जो हमें सहयोग दे रहा हमारी सहायता कर रहा... मिल जुल कर ही इस स्थिति से निपटा जा सकता है। कितने लोग अकेले फंसे हैं... कहीं माँ बच्चे, कहीं पत्नी तो कहीं पति तो कहीं पापा और बच्चे, तो कहीं माँ बाप..... सब संघर्ष कर रहे... सफल तब होंगे जब इससे जीत जायेंगे।