Chanchal Chauhan

Abstract Inspirational

4.0  

Chanchal Chauhan

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समय का पहिया

समय का पहिया

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एक बहुत गरीब आदमी था । उसके परिवार में उसकी पत्नी एक लड़का , एक लड़की थी। मेहनत मजदूरी करके अपने घर का पेट भरता था। जब वो अपने घर से बाहर निकलता था तो वह सबको राम राम करता था। परन्तु उसकी राम राम कोई नहीं लेता है ं, क्योंकि वह गरीब था । लोग उसको गिरी नजरों से देखते मुंह बनाकर निकल जाते थे। फिर भी वह राम राम करना नहीं छोड़ता था। उसकी पत्नी कहती थी, "जब आपकी कोई भी राम राम नहीं लेता है  तो आप राम राम क्यों करते हो?" उसका पति कोई जवाब नहीं देता था। उसने बहुत मेहनत की समय का पहिया घूम गया। वह बहुत अमीर हो गया। महल दुमजले खड़े हो गया। अब जब वह घर से निकलता था तो लोग उसे राम राम करते थे। तब वह राम राम नहीं लेता था। वह कहता था, "कह दूंगा और कुछ नहीं बोलता था। गाँव के लोग बोलते थे अब अमीर हो गया है ना घमंड आ गया हैं इसलिए राम राम नहीं लेता है। कुछ लोग ने उसकी पत्नी से भी कहा तुम्हारा पति राम राम नहीं लेता बहुत घमंडी हो गया है। जब उसका पति घर पर आया तो उसने कहा आप लोगों  की राम राम क्यों नहीं लेते हो। जब आपको लोग आपकी राम राम नहीं लेते थे तो आपको बहुत बुरा लगता था, आप भी उनके जैसे हो गये। उसका पति कहता है, " तुम क्या समझ रही हो वे लोग मुझे राम राम करते हैं ऐसा नहीं है वे तो माया को राम राम करते हैं। जब वो मुझे राम राम करते हैं तो मैं कह देता हूँ कह दूंगा। जब मैं घर आता था अपनी तिजोरी खोलता था उसमें रखी माया को राम राम बोलता था उसने उस फलाने ने राम राम की हैं मैं उनकी राम राम कह देता था। लोग माया और पैसे का सम्मान करते हैं आदमी का नहीं। कितना भी अच्छा व्यक्ति हो लोग उसका आदर नहीं करेंगे अगर वो गरीब हो। चाहे कितना भी बुरा व्यक्ति हो अगर उसके पास पैसा हो तो लोग उसके आगे ही सर झुकाते हैं। दुनिया दौलत के पीछे भागती हैं। किसी गरीब का अपमान ना करे समय का पहिया कब घूम जाये पता नहीं होता है।


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