रोल रिवर्सल
रोल रिवर्सल
आज घर में बैठे बैठे यूँ ही मेरे मन में ख़याल आया। क्यों न हम पति पत्नी आज से अपने रोल रिवर्स करके देख ले? देखते है जिंदगी में क्या हसीन बदलाव आता है?
"आज से भाजी तरकारी का हिसाब किताब तुम रखोगे और मैं रूपए पैसों का! बर्तनों की सफ़ाई और चूल्हे चौके के सारे काम तुम करनाऔर अख़बार पढ़ लिया करूँगी।हाँ,घर की सफ़ाई भी तुम्हे करनी होगी.....मैं बॉलकनी की गुनगुनी धुप में जरा देर सुस्ता लूँगी.... एक बात और, बच्चों की रेल पेल को तुम ही देख लेना....वे आजकल कुछ ज्यादा ही तंग करने लगे है....मैं स्टडी में कुछ किताबें पढ़ लूँगी....कभी कभार मेहमानों की आवभगत भी तुम्हें करनी होगी...."
पति महोदय कहने लगे," चलो ठीक है, एडवेंचर होगा।" मैंने कहा,"और भी कई काम है जैसे बच्चों का होमवर्क...... गर्मियों में मसाले और दालों को धूप दिखाना।अचार,पापड़ और चिप्स वगैरा बनाना।"
पति महोदय कहने लगे,"छोड़ो, ये सब बातें। मैं चाय बनाकर लाता हूँ।आज खाना बाहर से ही आर्डर करेंगे।मैं जानता हूँ कि घर को मैनेज करना कोई आसान बात नही है.....मैं तुम्हे हेल्प कर दिया करूँगा।हमे रोल रिवर्सल करने की कोई जरूरत नहीं है।"
और हम दोनो ही हँस पड़े...….
