राधा कृष्ण
राधा कृष्ण
दो शब्द अटूट प्रेम का हिस्सा माना जाता हैं, भले ही एक दूसरे के कभी हो ना सकें, मगर फिर भी एक दूसरे के साथ हमेशा से यहीं नाम लिया गया हैं, "राधा कृष्ण का जन्म" औऱ उनकी दोस्ती की कहानी.....
बहुत प्रचलित हैं, हाँ शायद आप भी जानते हो, "राधा" की मृत्यु कैसे हुईं थी.? कैसे "राधा कृष्ण" की प्रेम कहानी अधूरी रह गईं!
तो चलो आईये आज इस विषय पर आधारित मेरी क़लम से समझते हैं।
क्या राधा काल्पनिक थी.?
कई लोग बार-बार आज भी यहीं कहते हैं, "राधा" हाँ काल्पनिक थीं, / अर्थात ? विकल्प यहीं दिया गया हैं भागवत गीता में भागवत गीता जिसने भी पड़ी हैं, औऱ जो अब भी पढ़ रहा हैं, समझ रहा हैं, उन दोनों का कहना यहीं हैं, कि सिर्फ़ दशम स्कंद में जब महारास का वर्णन हो रहा हैं। जिसमें एक जगह राधा के बारे में बताया गया हैं।
आईये जानते हैं.?
जहां वो राधा भी रास कर रही हैं, आनन्द ले रही हैं, अलग-अलग ग्रंथों में "राधा कृष्ण" ओर गोपियों का भी वर्णन बहुत खूबसूरत कला के साथ लिखा गया हैं, एक जगह जहाँ कृष्ण की 64 कलाएँ ही गोपियाँ थी। "राधा" "कृष्ण" की सबसे शक्तिशाली महाशक्ति थीं, अर्थात राधा औऱ गोपियाँ कृष्ण की सारी शक्तियाँ थी, जिन्होंने स्त्री रूप ले लिया था।
गोपियों को भक्तिमार्ग का परमहंस भी कहाँ गया हैं। अर्थात (जिसके दिमाग मे परमात्मा सदैव रहता हैं।) क्योंकि उनके दिमाग मे चौबीसों घण्टें सिर्फ "कृष्ण" ही रहते हैं।
आईये आगे बढ़ते हैं:-
"राधा" औऱ "कृष्ण" के प्रेम का असली वर्णन मिलता हैं।
गर्ग संहिता में , गर्ग संहिता के रचयिता यदुवंशी (कंस) के कुलगुरू / अर्थात (एक तरह से कृष्ण के कुलगुरू हुए)
जहाँ ऋषी गर्गा मुनि थे, गर्ग संहिता में जहाँ "राधा" औऱ "कृष्ण" के बारे में उल्लेख किया गया हैं।
आईये जानते हैं.?
गर्ग संहिता में "राधा" औऱ "कृष्ण" की लीलाओं के बारे में ज़िक्र किया गया हैं। "राधा" औऱ "कृष्ण" के प्रेम के बारे में वर्णन किया गया हैं, इस गर्ग संहिता में मधुर "श्रीकृष्णलीला" हैं जिसका उल्लेख किया गया हैं। जिसमें "राधा" जी के माधुर्य -भाव वाली लीलाओं का वर्णन हैं।
आईये आगे बढ़ते हैं:-
"श्रीमद्भगवद्गीता" में जो सूत्ररूप से कहाँ गया हैं। गर्ग संहिता में उसी का बखान किया गया ।
