प्रेम गली
प्रेम गली
प्रेम करता भाई-बहन की प्रतीक्षा
ख़ुशियों से उजागर होता है, प्रेम कभी न छुटे ये कहता है प्रेम जीवन और मृत्यु के हर कण-कण में बसता प्रेम भाई-बहन की करता हमेशा प्रतीक्षा।
असम्भव प्रेम के जीवन है, जिसमें स्थिर नही पूर्ण जिसका प्रेम है, अनमोल, अमूल्य, अतुलनीय प्रेम होता हैं।
प्रेम गली से होकर गुजरता जहाँ प्रेम "हार्दिक" कहलाता है,मृत्यु के हर अंत में उजागर होता प्रेम है, प्रेम जिसका कभी कोई किसी पर निर्भर मतलब नही।
हर प्रेम का प्रेम से प्रेम का उजागर होना जहां सम्भव प्रेम हैं।
प्रेम के बिना है नही कोई इस जहां में जहाँ चल रही है चर्चा हमारी इस दुनिया मे, भाई-बहन से बढ़कर इस दुनिया मे कोई प्रेम प्रेम नही लड़ना, झगड़ना, रूठना मनाना सुबह दोपहर शाम करते रहना प्रतीक्षा।
रोज सुबह सवेरे भाई का बहनों को तंग कर्ण रोज सुबह-सुबह बहनों को जगाना। कभी चाय नाश्ता तो कभी दोपहर में खाना बनवाना इतना परेशां कोई करता नही होगा।
सबका प्यारा सबका दुलारा एक प्यारा भाई "हार्दिक", जिसे बहनों ने नाम दिया छोटू कब पहुंचा था, मैं... उस गली जहाँ से शुरू हुई मेरी प्रेम गली।
हर गली हर मोहल्लों में गूँज उठी बातें हमारी थोड़ा सा भुक्कड़ हूँ पर आलसी नही पुरे दिन चाय नाश्ता खाना मांगता है छोटू दीदी से अपनी रोज सुबह जगा कर ख़ुद सो जाता है आराम से भुक्कड़ कहीं का कहती हैं बहना मेरी सारी।
एक बात बताऊं मैं ..../ सभी को दीदी बनाना शौक है मेरा "प्रेम" से जो स्नेह मिलता हैं दीदियों का मुझे उन्हीं के प्रेम में मैं रंग जाता हूँ हमेशा।
हर किसी को चाह लेता स्नेह मेरा सारे छोटे बड़े शहरों गांव बस्ती हर गली मोहल्ले में चर्जा मेरी।
पुलकित हृदय का स्पर्श है, बहना मेरी हर शहरों हर गली हर मोहल्ले में जहाँ है।रिश्ता हमारा प्रेम भावनाओं का है प्रतिक अनमोल अटूट विश्वास से हरा भरा।
"प्रेम" भाई-बहन का करता हर रक्षाबंधन पर प्रतीक्षा फिर भी मिलता है हमें बहनों से स्नेह हमेशा।
कभी नही मांगता "हार्दिक" जिसका नाम सब बहनों ने अपनी मिलकर रखा "छोटू" बहनों से कुछ धन दौलत देता रहता है यह
सब बहनों को हर रोज सुबह गुलाब का फूल बहनें भी बहुत है सारी इसकी इस दुनिया में रहकर करेगा नाम "हार्दिक" रोशन।
भाई-बहन को रहती रोज प्रतीक्षा किसी दिन बहनों को सुबह जगाता नही छोटू तो पड़ती डाट हमेशा,जब बहनें नही आती मैसेज करने "छोटू" को अपने तो ये "हार्दिक" उन्हें चैन से रहने ही नही देता कभी।
