पल्लव ,रजनीश ,चन्द्रिका और सुमनलता महल से बाहर निकलते हैं और अभिनव को उठाते हैं , अभिनव पल्लव ,रजनीश ,चन्द्रिका और सुमनलता महल से बाहर निकलते हैं और अभिनव को उठाते हैं ...
प्रकाश मां की तरफ मुड़ा और मुस्कुरा कर बोला,"मेरा बचपन।" प्रकाश मां की तरफ मुड़ा और मुस्कुरा कर बोला,"मेरा बचपन।"
ये पूरी दुनिया भर में घुमने वाले लोग वही है उनकी शक्ल, उनकी पहचान बस इसलिए जुदा है की ऊपर कोई एक सिर... ये पूरी दुनिया भर में घुमने वाले लोग वही है उनकी शक्ल, उनकी पहचान बस इसलिए जुदा ...
-आकांक्षा ने अपनी बात रखते हुए प्रणाम किया और अपने घर की ओर प्रस्थान किया। -आकांक्षा ने अपनी बात रखते हुए प्रणाम किया और अपने घर की ओर प्रस्थान किया।
सोशल मिडिया के सच को बयान करती सशक्त कहानी। सोशल मिडिया के सच को बयान करती सशक्त कहानी।
ओह, डैडी, यह बिल्कुल भी खाली नहीं है। मैं बॉक्स में चुंबन उड़ा दिया। ओह, डैडी, यह बिल्कुल भी खाली नहीं है। मैं बॉक्स में चुंबन उड़ा दिया।