फल और छाया
फल और छाया
"भाई दीनानाथ जी आप चार फीट जगह का मकान आगे बढाने में इस्तेमाल कर रहे,हैं क्या ? यह तो सरकारी जमीन है। सड़क बनाने के लिए छोडी जाती है। "
"वह तो ठीक है,ये जगह बेकार पडी है सोचा घर थोडा बडा कर लूं। बहू भी आ गई है आगे परिवार बढेगा ही।
"दीनानाथ जी आप इस चार फीट की जगह पर चार पेड़ लगा दीजिए। मकान आगे न बढाइये। आपकी आने वाली पीढी को चार पांच फीट की छाया मिल जाएगी। पर्यावरण सुधार भी हो सकेगा और आक्सीजन की वृद्धि भी हो सकेगी। "
" महेश भाई आपने अच्छा सुझाव दिया। मेरी अक्ल में ये आया ही नहीं। हां आपने भी तो अपने घर के आगे पेड लगा रखे हैं। "
"हां दीनानाथ जी फल के पेड लगाने से फल भी मिल जाते हैं और छाया भी। चलिए पेड लगाने में मैं भी आपकी मदद करता हूं। "
"दादू अब खूब ग्रीनरी हो जाएगी। पोता चहक कर बोला। "