दहेज

दहेज

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  मंत्री दीवान चंद्र मंच पर जोर- जोर से अपना भाषण दे रहे थे।दहेज लेना अपराध है,इसे जड से मिटाइये।युवाओं से अनुरोध कर रहे थे कि तुमलोग ही दहेज नहीं लोगे तभी यह कुप्रथा मिटेगी।अचानक दीवान चंद का सचिव मंच पर चढा और मंत्री जी को माइक से हटाते हुए बोला-"सर जी,आपका बेटा एक निर्धन लड़की से शादी कर घर आ गया है,अभी- अभी ऐसी खबर मोबाइल पर मिली है।"

    मंत्री जी जोर से माइक पर चिल्लाए--"साले की इतनी हिम्मत,अभी देखता हूँ ।"ये कहते हुए सीढियाँ उतरते-उतरते फिसल गए।

  

                


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