हम औरतों का यही होता है कि चलो क्यों बहस की जाए चलने दो जैसा चल रहा है हम औरतों का यही होता है कि चलो क्यों बहस की जाए चलने दो जैसा चल रहा है
भूमि को विदा कह आगे बढ़ गया उस फ़ेर से भी जिसमें पड़ इंसान बेटा पाने की चाह किया करते ह भूमि को विदा कह आगे बढ़ गया उस फ़ेर से भी जिसमें पड़ इंसान बेटा पाने की चाह किया...
परवरिश में तो कहीं कोई कमी नहीं रह गई। असमंजस की स्थिति बनी है जीवन की। परवरिश में तो कहीं कोई कमी नहीं रह गई। असमंजस की स्थिति बनी है जीवन की।
और सोच रहीी थी कि हर मांं अपने बच्चे के लिए सुपर माॅम होती है । और सोच रहीी थी कि हर मांं अपने बच्चे के लिए सुपर माॅम होती है ।
तुम्हारा टाइम आएगा तो आग्रा तक ले जाना। तुम्हारा टाइम आएगा तो आग्रा तक ले जाना।
आपका और पापा का सपना पूर्ण हो गया भईया। आपका और पापा का सपना पूर्ण हो गया भईया।