ओम नमः शिवाय
ओम नमः शिवाय
रंग तेरी तपस्या का ऐसा चढ़ा हर जन्म शिव तेरा हुआ
बिना शक्ति शिव शव हुआ ये बात खुद शिव ने कहा।
तू आई तो इस अवघड घर बाहर आई
भूतों की टोली में नई जान आई।
विष पान को कंठ में तू ही रोक सकी
शिव के लिए तू ही सती हो सकी।
हर जन्म तेरा साथ शिव को भी है भाता
बिना शक्ति शिव कहा पूजा जाता।
यू ही नहीं वो तेरा क्रोध रोकने चरणों में आ जाता
तेरे हर जन्म की मुंडो की माला ओ धारण कर
अपना प्रेम जताता ।
