तंबाकू का तिरस्कार करें
तंबाकू का तिरस्कार करें
तंबाकू है राख से भरी हुई.. ,
पीने वालों को हर कश में मज़ा देती है।
अपनी लत में लपेट कर,जिंदगी स्वाहा करती है !
तंबाकू है जहर समान, करती है ज़िंदगी तमाम।
भारत में हर ग्यारवाॅं बंदा,
तम्बाकू का सेवन है करता।
इसको खाकर
जीवन जोखिम में पड़ जाता ।
कुछ चबाते ,कुछ निगलते, कुछ
सूॅंघते, कुछ सिगरेट का कश लगाते ।
मुख से छल्ले बनाकर ,
युवा करते धुऍं का पान।
जीवन नैया डूबे उनकी,
फिर भी वो दिखाते शान ।
तंबाकू का तिरस्कार करें,
ये है निकोटीन ज़हर समान।
अधिक पसीना,छाती दर्द
कर देती धड़कन असमान।
वशीकरण से पास बुलाती,
जिंदगी दाँव पर लग जाती।
मुँह , गले ,फेंफड़ें,
का कैंसर हो जाता, ।
अधिक सेवन से खून के
डी॰एन॰ए॰ तक पहुँच जाता।
गर्भावस्था में माॅं जो करें उपयोग,
अजन्मे बच्चे में आ जाएँ कई रोग ।
तंबाकू के खेतों में करते जो काम,
उनकी भी सेहत को भारी नुकसान ।
संयमित जीवन जीना होगा ,
सरकार को अंकुश लगाना होगा।
बिक्री को बंद कर ,
जागरूकता को फैलाना होगा ।
क्यों कि...जीवन है अनमोल
उसे हमें बचाना होगा ।
