धुप और छाव
धुप और छाव
जिंदगी में प्यार और गम भी
उसी धुप और छाव की ही तरह है,
कोई भी आज तक इनसे बचा नहीं है
जैसे ख़ुशी और प्यार ज़िन्दगी की सच्चाई है
उसी तरह ही ये गम और दर्द को भी
हम अपनी जिंदगी में महसूस करते ही रहते है
दिल टूटने का दर्द हो या किसी की याद में
आपके दर्द-ऐ-दिल की कसक,
अपने चाहने वाले की जुदाई का
दर्द हो या
अपने किसी करीबी के खो जाने का दर्द
इस दर्द से कोई अन छुआ भी नहीं रहा
पर आप इस ज़ालिम दुनिया के सामने
अपना दर्द बयान कैसे करोंगे ?
