Tanha Shayar Hu Yash

Romance

5.0  

Tanha Shayar Hu Yash

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मुस्कान - एक तलाश भाग -२

मुस्कान - एक तलाश भाग -२

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मुस्कान - एक तलाश भाग -२


कहते है जिसे आप प्यार करते है उसे जितनी जल्दी हो सके खुद जाकर बता देना चाहिए। जानते है मैं ऐसा क्यों कह रहा हूँ ? ताकि आपका वक़्त बच जाये, क्योकि अगर आपने एक दो साल बाद उसे जाकर बताया तो हो सकता है की तब तक बहुत देर हो चुकी हो। या ये भी हो सकता है की वो आपको चाहते चाहते आपकी ही चाहत से परे जा चूका हो या जा चुकी हो। मुझे ऐसा लगता है ज़्यदा दिनों तक इंतज़ार करने से दोस्त दोस्त बनकर रह जाते है और अनजान , अनजान बनकर रह जाते है। दुनियां सिर्फ ख्यालों की रह जाती है। तो चलों देखते सुभम ने मुस्कान को अभी तक बताया या नहीं की वो उससे प्यार करता है या नहीं। 


मुस्कान विध्यालय के बाहर खड़ी जाने किस से बात कर रही थी, सुभम दूर से ही मुस्कान को देखता हुआ आ रहा था पर वो उसमे इतना खोया हुआ था की उसे ये ही नहीं पता था की वो किसी से बात कर रही है। पास आकर ,


सुभम : कैसे हो मुस्कान ?

मुस्कान : हाँ ! मैं ठीक टाइम पर आ जाउंगी मम्मी , आप मुझे बार बार फ़ोन मत किया करो। 

 ( सुभम ने फिर से मुस्कान के सामने हाथ हिलाया और बोला। ) 


सुभम : कैसे हो तुम , परसो आये नहीं क्लास में। 

( मुस्कान ने सुभम की तरफ हाथ हिलाया। और थोड़ी परेशानी से बोलीं। )


मुस्कान : अच्छा मम्मी मेरी क्लास है अभी, मैं बाद में बात करती हूँ।

( सुभम ये देखकर की वो फ़ोन पर बात कर रही थी। )


सुभम : सॉरी , मैंने बाद में देखा।

मुस्कान : कोई बात नहीं। मैं अच्छी हूँ। आप कैसे है ?

( सुभम हिचकिचाते हुए )

सुभम : मैं भी ठीक हूँ। मुस्कान। ...... मुस्कान। .... वो मुझे। .. तुमसे। ..... एक बात थी। 


( अब ये प्रॉब्लम हर उस लड़के की होती है जो प्यार का इज़हार करना चाहता है वैसे भी मुस्कान और सुभम एक ही क्लॉस में थे पर सिर्फ रियाज़ तक। हाँ देखते थे एक दूसरे को, पर ना कुछ मुस्कान कहती थी न सुभम। बस एक दूसरे को देखते और मन ही मन , बात बनाकर रह जाते। )  


मुस्कान : बोलो ना सुभम क्या कह रहे थे। क्लास का टाइम हो रहा है।

( सुभम थोड़ा और आगे आया और मुस्कान के पास आकर बोला )

सुभम : कुछ नहीं। ये ही कह रहा था की क्लास का टाइम हो रहा है चलो चलते है। 


( मुस्कान ने सुभम को देखा और थोड़ा मुस्कुरा दी और दोनों क्लास में चले गए। ऐसे ही साल बीत गया और न कभी मुस्कान ने कहा की वो उसे नहीं चाहती और ना ही सुभम कभी कह पाया की वो उससे प्यार करता है। हाँ पर दोनों को ये पता लग गया था की वो एक दूसरे से कहना क्या चाहते है। )


(एक दिन जब क्लास नहीं लगी, उस दिन सुभम भी नहीं आया था तो मुस्कान से गीतिका आकर मिली जो उसी की क्लास में थी। गीतिका मुस्कान की ओर भागते हुए आई और बोली )


गीतिका : मुस्कान,... मुस्कान

मुस्कान : अरे भाग क्यों रही है क्या हुआ ?

गीतिका : मुस्कान तो सुभम से प्यार व्यार तो नहीं करने लगी। 

मुस्कान : आज तुझे क्या हुआ। ये क्या बात लेकर बैठ गई तू। 

गीतिका : अरे मुझे कल मैडम ने बताया की वो तो किसी फीमेल सिंगर को धुंध रहा है।

मुस्कान : ये तो अच्छी बात है। क्या पता हम में से कोई उसकी ड्रीम गर्ल हो। क्या पता हम से कोई ड्रीम सिंगर उसे मिल जाये। 

गीतिका : अरे बात ये नहीं है, बात ये है की वो हमसे बड़ा है।

( मुस्कान थोड़ा सोचकर बोली )

मुस्कान : तो क्या हुआ ? हमारा क्लास मेट है हमारी क्लास में है वो। 

गीतिका : अरे यार वो ठीक है पर आशिक़ी टू की तरह तू उससे प्यार मत करने लग जाना। बस ये ही कहना था। 


( एक तो मुस्कान पहले ही सुभम से कम मिल पाती थी ऊपर से गीतिका की बात मुस्कान के दिल में घर कर गई। अब मुस्कान सुभम को देख कर कभी फ़ोन में लग जाती तो कभी फ़ोन पर बात करने लग जाती। एक दिन )


सुभम : मुस्कान मुझे ऐसा क्यों लग रहा है तुम मुझे देखकर तुम जानकर मुझसे दूर जाने लगती हो। 

मुस्कान : ऐसी कोई बात नहीं है। 

 

( बेग से फ़ोन निकलती है। और नंबर मिलाकर बात करने लगती है। सुभम आगे कुछ नहीं कह पाता। बस थोड़ी दूर तक साथ चलता है और रुक जाता है मुस्कान फ़ोन पर बात करते करते चली जाती है। ऐसे ही दिन निकलने लगते है। सुभम एक दिन जानकर स्कूल के बाहर ही रूक जाता है। फिर थोड़ी देर बाद मुस्कान आती है। )


सुभम : मुस्कान मुझे तुमसे बात करनी है

मुस्कान : हाँ बोलो , वो मैं लेशन तुम्हे भेज दूंगी। तुम पढ़ लेना। 

सुभम : मैंने तो ये कहा ही नहीं मुस्कान की मुसझे नोट्स चाहिए।   

( मुस्कान ने फिर सुभम को देखा और घबराई हुई नज़र से बोली। और फ़ोन निकालने लगी। )


मुस्कान : आज मुझे दूसरी क्लास में जाना है कॉलेज में एडमिन की तैयारी करनी है।

( सुभम ने मुस्कान का फ़ोन पकड़ लिया और बोला। )

सुभम : तुम्हे मुझसे बात करनी है या नहीं। 

मुस्कान : तुम मुझसे बहुत बडे हो। मैं तुम्हारी रैस्पैक्ट करती हूँ। 

सुभम : ये बात का जवाब नहीं है। क्या तुम्हे ज़रा भी अहसास है की मैं तुमसे। ..

मुस्कान : मैं आप से फिर बात करूंगी अभी देर हो रही है। 



सुभम : नहीं मुझे आज सब कहना है और तुम्हे सुनना है।

मुस्कान : आप। . आप ( कहकर रह गई सुभम बोल पड़ा )


सुभम : मैं सिर्फ तुम्हारे लिए ही यहाँ आता हूँ मुझे जिसकी तलाश थी वो तुम हो।

मुझे कभी तुमसे प्यार नहीं हुआ था मुस्कान। मुझे तुम्हारी आवाज़ से प्यार हुआ। मैं तुम्हे अपनी बहन भी बना लेता पर मुझ में इतनी हिम्मत नहीं की फिर मैं तुम्हारे साथ प्यार के गीत गा सकू। ऐसा करना होता तो मेरी तलाश कब की ख़तम हो गई होती।  

पर आज तुमने दूसरों की बातों में आकर मुझे खुद से दूर कर दिया। मैं हमेशा सोचता था की मुझसे कोई गलती हो रही है पर मुझे ये नहीं पता था की वो क्या है। 

वो गलती ये थी की मैंने भी बिना कुछ जाने तुम्हे अपने दिल में जगह दे दी और अब मैं तकलीफ में हूँ। मुझे आज अहसास हो रहा है मुस्कान की तुम में उतनी भी समझ नहीं की तुम मेरी अहसास की कदर कर सको। मुझे ज़िंदगी भर इस बात का अफ़सोस रहेगा की मेरी तलाश तुम पर आकर ख़तम हुई। मुझसे ना जाने कितनी लड़कियों ने कहा है की मैं उन्हें प्रमोट करूँ। मैंने बहुत सी लड़कियों की आवाज़ भी सुनी पर मुझे समझ नहीं आया , क्योकि मुझे ऐसी आवाज़ चाहिए थी तो मुझे अच्छी लगे जो मेरी पसंद हो और ये मेरी ज़िंदगी का सपना था।


शायद तुम में अभी सपने देखने की हिम्मत भी नहीं। मैंने कई मेल सिंगर को भी तलाशा पर वो भी मुझे समझ नहीं आई। आखिरी रास्ता ये ही था की मैं खुद कोशिश करूँ। बस इसलिए मैं यहाँ आया था। पर तुमने सब कचरा कर दिया। जो लड़की मेरे साथ अब बात करने से दूर भाग रही है उसी लड़की के साथ मैं कैसे गा सकता हूँ। अब ये फैसला मैं तुमपर छोड़ता हूँ। जिस दिन तुम्हे मेरे जस्बातों की कदर होने लगे मुझसे अगर मिल लेना। क्योकि मैंने तुम्हारी आवाज़ से पहले प्यार किया था तुमसे नहीं और ध्यान से देखों मुस्कान मेरी आँखों में क्या मैं तुम्हे कंही से भी धोखेबाज इंसान नज़र आता हूँ।        


( सुभम मुस्कान को उसका फ़ोन देता है मुस्कान फ़ोन लेती है और निचे निगाह करके चली जाती है। उस दिन सुभम बहुत उदास हो जाता है उसे भी ये अहसास हो गया था की मुस्कान उम्र छोटी नहीं बल्कि दिमाग से ही छोटी लड़की है और वो उसके दिमाग की सोच से बड़ा लड़का है। लेकिन ये दुनियाँ का पहला ऐसा जोड़ा नहीं था जिसमे उम्र और सोच की ये प्रॉब्लम आ गई थी। ऐसे बहुत से लड़के लड़कियां हुए है जिनको कम उम्र के लड़के या लड़की से प्यार हुआ।


#तनहा शायर हूँ       


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