लिली का रहस्य,
लिली का रहस्य,


चारो और से पुष्प वर्षा हो रही है , मंगल ध्वनिया बज रही है , शहनाइयां की मधुर आवाज सुनाई दे रही है । दुल्हन शादी के लाल जोड़े में सजी हुई , धीमे कदमो से चल के आ रही थी ।वह रवि के पास बैठ गयी और पंडित ने उसका हाथ रवि के हाथ मे दे दिया । रवि उसके मुलायम हाथों का स्पर्श पाकर, पुलकित हो गया , और कस कर दबाने लगा , पर ये क्या ।ये तो कड़क हो गये बिल्कुल लोहे की तरह दब ही नही रहे थे ।
घबराकर रवि की नींद खुल जाती है वो देखता क्या पानी की बॉटल को दबा रहा था । वह सपना देख रहा था ।वह उठ के बैठ जाता है । उसे खुद पर ही हंसी आती है । रवि एक ,अनाथ अकेला लड़का था । उसके आगे पीछे कोई नहीं था एक छोटी सी दुकान चलाता था जिससे उसका गुजर-बसर अच्छे से हो जाता था । उमर अब 32 पर हो चुकी थी , और अभी तक उसकी शादी नहीं हुई थी । तो वह दिन रात अपनी शादी के सपने देखा करता था । होने वाली दुल्हन के सपने देखा करता था ।
एक दिन पड़ोस में रहने वाली मौसी आई और उसने रवि से कहा कि मैंने तुम्हारे लिए एक दुल्हन देखी है । लड़की अनाथ है कोई भी नहीं आगे पीछे , बिल्कुल तुम्हारी तरह । तुम कहो तो मैं बात आगे बढ़ाऊ । वह अपने दूर के चाचा के घर रहती है । अंधा क्या चाहे दो आंखें रवि के मन में फिर से शादी के लड्डू फूटने लगे।उसने हां कह दिया । "ठीक है , मुझे भी शादी करनी है लड़की अच्छी रही तो और क्या चाहिए घर को संभाल ले । मेरे साथ जैसा में रहता हूँ वैसी रहे तो और क्या चाहिए मुझे ।"
फिर आखिर बात पक्की हो गई । कुछ ऐसा संयोग बना की रवि लड़की नही देख पाया ना लड़की के फोटो देख पाया ।फिर मौसी ने 1 दिन बताया कि लड़की भी तैयार है शादी करने के लिए मगर उसकी एक शर्त है कि वह हिंदू रीति रिवाज से शादी नहीं करेगी , क्योकि वह क्रिशचन है । इसलिये बस कोर्ट में जाकर शादी करेगी । रवि को क्या एतराज हो सकता था वह भी मान गया और आखिर उसकी शादी लिली से हो गयी ।
रवि जात पात ,धर्म को मानता नहीं था इसलिये वह तैयार हो गया था शादी करने को ।आज रवि का वही सपना साकार हो रहा था ।उसने सुहाग सेज पर बैठी लिली को घूंघट करके बैठी देखा ।
रवि जब उसका घूंघट उठाता है तो , देखकर हैरान रह जाता है । लिली बहुत ही सुंदर थी बिल्कुल स्वर्ग की अप्सरा जैसे , कजरारे मद भरे नैना ,गोरा रंग , लाल रस से भरे होठ ऐसा लग रहा था जैसे कोई परी उतर के उसके सामने बैठी हो। रवि को अपनी किस्मत पर यकीन ही नहीं हो रहा था कि उसे इतनी अच्छी दुल्हन मिली हैं । उसने मन ही मन भगवान का बहुत धन्यवाद किया कि भगवान मुझे इतनी अच्छी जीवनसाथी मिली ।
फिर लिली ने उससे बोलना चालू किया की आज हमारी सुहाग की रात है मैं आपसे एक वचन चाहती हूं ।
"क्या कहो"
"मैं यह चाहती हूं कि आप मुझे छुओगे नहीं ।"
तो रवि कहता है "ऐसा क्यों ।"
तो लिली कहती है "पहले आप मेरी पूरी बात तो सुन लो ।पहले मैं यह चाहती हूं कि आप मुझे कुछ समय के लिए जब तक मैं ना कहूं छुओगे नहीं । और मुझसे कुछ सवाल भी नहीं करोगे।"
"रवि खामोश रहता है ।वह कहती है आपने मुझसे कुछ भी सवाल पूछा तो आप मुझे हमेशा हमेशा के लिए खो दोंगे ।तो रवि मरता क्या न करता हां कह देता है ।सके सपनों पर पानी फिर जाता है ।सुबह वह लिली को साड़ी पहन के काम करते देखता है ,तो वह लिली को इस रूप में देख कर बहुत खुश होता है।रवि देखता है लिली बहुत अच्छी हाउसवाइफ है। उसने पूरे घर को बहुत जतन से सजाया है । उसके लिए अच्छा अच्छा खाना बनाती है । उसकी हर इच्छा का ख्याल रखती । वह देखती हमेशा कि रवि को कुछ तकलीफ तो नहीं है । थोड़े से खर्च में भी वह घर को बहुत अच्छे से चलाती ।
रवि उससे बहुत प्यार करने लगा था ।मगर जब भी रवि उसके पास जाता तो हमेशा वह अपनी शर्त याद दिला देती थी । कि मुझे छूना मत ।
उनकी गृहस्थी अच्छे से चल रही थी ।एक दिन रात को 2:00 बजे रवि की नींद खुल जाती है । तो वह देखता है की लिली अपने बेड पर नहीं है । तो वह घबरा जाता है। वह सोचता है बाथरूम में गई होगी । और जब कुछ देर बाद लिली नहीं आती है । तो उठ कर देखता है मगर लिली नहीं दिखती है ।वह इंतजार करने लगता है । इतने में क्या देखता है दरवाजा खुलता है और बाहर से लिली आ रही है ।उसने लाल फुल गाउन पहना हुआ है , और लाल लिपिस्टिक लगाया था वह पूरे मेकअप में थी और पसीने पसीने हो रही थी । रवि को देखकर वह थोड़ा सकपका जाती है ।
रवि पूछता है "कहाँ गयी थी तुम मैं कितना परेशान हो रहा था ।"
तो वह कहती है "मैंने आपसे कहा था न कुछ मत पूछना ।"
रवि चुप हो जाता है वह कुछ भी नहीं पूछता है । फिर भी रवि के मन में बहुत से प्रश्नों उमड़ रहे थे ।सुबह देखता है कि लिली बिल्कुल नॉर्मल दिख रही है रात की लिली और सुबह वाली लिली में बहुत फर्क है ।दूसरे दिन भी रवि को नींद नहीं आती है । वह जागता ही रहता है । देखता है पास में लिली सो रही है ।
एकदम से झपकी लग जाती है । और फिर आंखें खोल कर देखता है लिली गायब ।रवि फिर परेशान हो जाता है , सोचता रहता है कहां गई होगी लिली कहां गई होगी ।उसे दरवाजे पर फिर आहट होती है तो रवि आंखें बंद करने का नाटक करता है और देखता रहता है ।
लिली उसी ड्रेस में उसी लाल गाउन में लाल लिपस्टिक बाल खुले हुए और आ रही है पसीना पसीना है इस बार उसे यह भी देखा कि लिली के मुंह पर खून भी लगा हुआ है । वह बहुत घबरा जाता है पर सोने का नाटक करता रहता है ।फिर देखता क्या है लिली बाथरूम में जाती है ।नहाती है शावर की आवाज आती है उसके बाद गाउन पहनती वापस आकर सो जाती है । लगातार तीसरे दिन भी यही होता है । रवि बहुत घबरा जाता है उसे लगता है क्या है मेरी बीवी कौन है आखिर, मैं उससे पूछ भी नही सकता ।उसने कहा था अगर कुछ भी सवाल पूछोगे तो तुम मुझे खो दोगे ।मगर अगर ऐसा ही चलता रहा तो क्या होगा और मुझे क्यों नहीं हाथ लगाने देती मुझे लिली से पूछना ही होगा ।पर सुबह जब लिली को अपने लिए परेशान होते देखता । काम करते देखता । एक परफेक्ट हाउसवाइफ देखता । तो उसे लगता है कि अगर कुछ हो गया और लिली मुझे छोड़ कर चली गई तो क्या होगा ।
फिर एक दिन वो निश्चय करता है कि वह जाकर देखेगा की लिली आखिर जाती कहाँ है ।
फिर वह क्या करता है रात को सोने का नाटक करता है देखता है लिली पास में सो रही है फिर एकदम से लिली की आंखें खुल जाती है वह देखता उसने अपने पूरे कपड़े उतार दिये है । और वही लाल गाउन डाल रही है । अच्छे से तैयार हो रही है । फिर घर से निकल जाती है ।उसके पीछे पीछे रवि भी चला जाता है ।रवि देखता क्या है लिली सड़क पर एक साइड खड़ी हुई है । एक कार आ रही है तो लिली उसको रोकने का अंगूठे से लिफ्ट का इशारा करती है कार आकर उसके पास रुक जाती है उसमें से एक आदमी निकलता है लिली से कुछ बातें करता है और लिली उसकी कार में बैठ जाती है और कार आगे बढ़ जाती है । रवि यह देखकर हैरान रह जाता है ।वह वापस आकर अपने बिस्तर पर सो जाता है ।लिली आती है वैसे ही उसके मुंह पर खून लगा हुआ था । आकर नहाती है नाइट ड्रेस पहन के सो जाती है ।
अब दूसरे दिन रवि की उससे कुछ पूछने की हिम्मत नहीं होती है ।अब दूसरे दिन रात को फिर वही होता है रवि सोने का नाटक करता है लिली तैयार होकर निकल जाती है रवि बार अपनी गाड़ी ले लेता है और से थोड़ी पीछे रहता है कि लिली को एहसास ना हो।
फिर वही होता है लिली एक गाड़ी में लिफ्ट लेकर बैठ जाती है ।रवि उसके पीछे पीछे जाता है वह क्या देखता है कर एक पेड़ के पास रुक गई है । सुनसान जगह है ।
ह आदमी और लिली दोनों कार से नीचे उतर आते हैं और गले लग जाते है उसके बाद का जो दृश्य था वह बहुत ही भयानक था रवि क्या देखता है लिली जो है उसका चेहरा बहुत ही भयानक हो जाता है उसके दो दांत बड़े हो जाते हैं वह साथ वाले आदमी के गले के पद कंधे पर चुभा देती है । और देखते ही देखते वह आदमी पीला पड़ जाता है और नीचे गिर जाता है ।
लिली के दांत वापस नॉर्मल हो जाते हैं ।वि घबरा जाता है इतने में क्या देखता है लिली मुड़ कर उसे घूर के देख रही है ।
रवि तुरंत गाड़ी स्टार्ट करके वापस घर आ जाता है और बिस्तर पर बैठ जाता है ।10 मिनट बाद लिली भी आ जाती है । कहती कुछ नहीं और नहाने चली जाती है नाईट ड्रेस पहन के आ जाती है ।
रवि उससे पूछता है आज तो मुझे तुम्हें मुझे बताना ही पड़ेगा कौन हो तुम यह क्या करती रहती हो । लिली कहती है तुम मुझसे मत पूछो तुम मुझे खो दोगे।तो रवि बोला मुझे तुम्हे खोने का डर अब नहीं है ।तुम राक्षस हो क्या हो आखिर तुम क्यों परेशान करती हो । क्यों लोगों की जान के पीछे पड़ी रहती हो । तो लिली बताती है कि ,मेरी माँ वैंपायर थी और पिता इंसान थे फिर जब मेरा जन्म हुआ तो मुझमे पिता और माता दोनों के गुण आ गए दिन में तो मैं इंसान रहती हूं और रात को मैं वैंपायर बन जाती हूं ।वैंपायर वही जो लोगों का खून चूस के जिंदा रहता है ।मैं वैंपायर नहीं बनना चाहती थी मैं मनुष्य ही रहना चाहती थी ।पर यह मेरे बस में नही था ।फिर एक दिन फादर ने मुझे बताया कि किस तरह से मैं केवल मनुष्य बन सकती हूं और मुझे वैंपायर योनि से मुक्ति मिल सकती ।
उन्होंने कहा कि अगर मैं किसी मनुष्य से शादी कर लो और 1 वर्ष तक वह मुझसे कोई भी सबन्ध नही बनाएगा और कोई सवाल किए बिना रह लेगा तो मुझे इस योनि से मुक्ति मिल जाएगी और मैं पूरी तरह से मनुष्य बन जाऊंगी ।इसलिए मैंने कहा था कि तुम मुझे कुछ भी सवाल मत करना और तुमने ऐसा किया भी । पर अब तुमने मुझसे यह सब पूछ लिया तो मुझे बताना ही पड़ा । वह रोने लगती है अब मुझे कभी भी इससे मुक्ति नहीं मिलेगी मैं जीवन भर वैम्पायर ही बनी रहूंगी । अब तुम्हारे साथ भी कभी नहीं रह पाऊंगी । रवि मैं तुम्हें बहुत प्यार करने लगी थी । मगर अब मुझे जाना होगा हमेशा हमेशा के लिए जाना होगा ।यह करके लिली चली जाती है और रवि ठगा सा देखता रह जाता है।