जब सब थम सा गया(दिन-36)
जब सब थम सा गया(दिन-36)
प्रिय डायरी,
लॉक डाउन को कुल मिलाकर 36 दिन हो चुके थे। लेकिन पता ही नहीं चल रहा था। अब देखना ये हैं कि 3 मई को लॉक डाउन हटता हैं कि आगे बढ़ता हैं?यही सोचते हुए मैं जल्दी से उठ गया। लेकिन गर्मी का क्या कहना आज सुबह सुबह ही परेशान का रही थी। योग करने के बाद में नीचे आकर स्नान करने लगा क्योंकि गर्मी आज ज्यादा थी। स्नान कर पूजा पाठ करके में नास्त करने लगा। नास्त करते हुए टीवी देख रहा था तो कोरोना संक्रमितों के आंकड़े 31000 पार हो चुके थे। समझ नहीं आ रहा हैं कि अगर लॉक डाउन नहीं होता तो भारत की स्तिथि क्या होती हैं।
नास्त समाप्त करके मैं अपने कमरे में आकर मोबाइल चलाने लगा। मोबाइल पर खबर मिला की निम्बाहेड़ा में कोरोना संक्रमितों की संख्या 18 हो गयी हैं।
ये चिंता का विषय था क्योंकि निम्बाहेड़ा में मेरे स्कूल के बहुत से बच्चे रहते हैं। भगवान् सबको सलामत रखे। इसी बीच एक खबर आती हैं कि नीमच के पास सुखानंद तीर्थ के पास एक बुजुर्ग भीलवाड़ा निम्बाहेड़ा होते हुए नीमच पैदल आ रहा था।
रास्ते में लंबी साँसे और खास्ता देख कुछ लोगो ने तुरंत सुचना देकर उनको अस्पताल भिजवा दिया। देखिये क्या खबर आती हैं। थोड़ी देर बाद से मुझे वेबिनार में सम्मिलित होने हैं। वैसे आज मुझे 3 वेबिनार में सम्मिलित होने हैं। पहला वेबिनार प्रोफेसर आर.अल रैना सर द्वारा विषय-चेंजिंग रोले ऑफ़ लाइब्रेरी प्रोफेशनल्स इन नॉलेज साइकिल पर 11 से 12:30 तक चला जिसमे मैंने अपने विषय से सम्बंधित बहुत सी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की। 12:30 पर समाप्त होने के बाद मैंने भोजन करने का निर्णय लिया क्योंकि 1:30 बजे से एक और वेबिनार था। 1:25 पर मैं फिर से दूसरे वेबिनार के लिए लॉगिन किया। ये वेबिनार लाइब्रेरी प्रोफेशनल एसोसिएशन के सानिध्य से डॉ,श्री राम सर द्वारा विषय-कॉन्टिनुएस पर्सनल एंड प्रोफेशनल डेवलपमेंट फॉर लिब्रेरियन्स पर था।
जिसमे लगभग 400 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। ये भी बहुत महत्व पूर्ण था जो लगभग 2 घंटे चला। 3:30 बजे ये ख़त्म हुआ और 3 वेबिनार जो की इंटरनेशनल लेवल वेबिनार था। जो की विदेशी प्रवक्ता हेल क्रिकवुड सर द्वारा विषय-एक्सपेरिमेंट विथ मंद मैपिंग:कांसेप्ट एंड टूल्स था। जो की 6 बजे तक चला।
तीनो वेबिनार बड़े ही महत्वपूर्ण थे। लेकिन मैं बहुत थक चुके था। इसलिए कुछ देर आँख बंद करके मैं कुर्सी पर ही बैठा रहा। कुछ देर बाद नीचे आया तो टीवी पे खबर चल रही थी की अभिनेता इरफ़ान खान जी का निधन हो गया हैं। ये खबर देखकर बहित दुःख हुआ। बहुत ही महान कलाकार थे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे। ये खबर फिल्म इंडस्ट्री के लिए बहुत बुरी थी। दरहसल इरफ़ान खान कैंसर से लड़ रहे थे और आज उनकी मृत्यु हो गया। ये मेरे पसंदिता अभिनेताओं में से एक थे। इनका अभिनय बहुत ही सुंदर और अधबुत था।
वैसे तो आज उल्कापिंड भी धरती पर गिरने वाले था। लेकिन उस खबर का कही जिक्र ही नहीं हुआ। ये सब देख कर मेरा दिमाग खराब हो गया। इसलिए मैं तुरंत बाहर आकर टहलने लगा। कुछ देर बाद शाम की आरती होने लगी। आरती के बाद में कमरे में आकर कंप्यूटर पर काम करने लगा। तभी मेल के जरिये आज के दो वेबिनार का सर्टिफिकेट मुझे मिला। देखकर बहुत ख़ुशी हुई। कल भी दो वेबिनार होने हैं। सच में लॉक डाउन के दौरान के वेबिनार सच में बहुत कुछ सीखा रहे हैं।
रात्रि भोजन के बाद मैं आज की तीनों वेबिनारो की रिपोर्ट बना रहा था और आज के दिनचर्या के कारण मैं बहुत थक गया था। इसलिए काम खत्म करके में जल्दी सो गया।
इस तरह लॉक डाउन का आज का दिन भी अच्छी और बुरी खबर के साथ समाप्त हुआ। लेकिन कहानी अभी अगले भाग में जारी रहेगी...।