जब सब थम सा गया(दिन-39)
जब सब थम सा गया(दिन-39)


लॉक डाउन दिन 39
2.05.2020
प्रिय डायरी,
आज लॉक डाउन को पूरे 39 दिन हो गए। यदि लॉक डाउन 2 हफ़्तों के लिए बढ़ा नहीं होता तो कल 3 मई लॉक डाउन का आखिरी दिन होता। यही सब सोचते हुए मैं सुबह उठ कर छत पर योग प्राणायाम करने लगा और आज कौन कौन सा वेबिनार हैं सोच रहा था। तापमान अब सुबह सुबह ही बढ़ना चालु हो रहा था।मैं नीचे आकर मोबाइल उठा कर देखा तो आज कुल मिलाकर 5 वेबिनार थे। मैं समझ गया की आज का पूरा दिन समाप्त। मैं तुरंत नहा धोकर नीचे आकर मंदिर में पूजा पाठ करके नाश्ता करने बैठ गया। टीवी देखने और नाश्ता करने के बाद में अपने कमरे में गया और कंप्युटर चालु करके बैठ गया। पहला वेबिनार 10 बजे से चालू हुआ और 12 बजे तक चला। वेबिनार का विषय साहित्यिक चोरी के ऊपर था जिसके बारे में प्रीती मैडम ने बहुत सुंदर ढंग से समझाया। 12 बजे से एक और वेबिनार था। जो की विषय हाऊ तो इम्प्रूव रीडिंग हैबिट्स अमंग यंगगस्टर्स पर था ये वेबिनार बहुत ही महत्वपूर्ण था जो लगभग 1:30 बजे तक चला। 2 बजे से एक और वेबिनार होना था। इसलिए में भोजन करने के लिए नीचे आया और फटाफट भोजन करके फिर अपने कमरे में आ गया।
2 बजे से जो वेबिनार होना था वो मध्य प्रदेश लाइब्रेरी असोसिएशन द्वारा डिजिटल लाइब्रेरी के ऊपर था। अभी तक का सबसे बढ़िया वेबिनार था जो की आने वाले और वर्तमान समय के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण था। ये वेबिनार 4 बजे तक चला। इसके बाद एक ऑनलाइन क्विज कम्पटीशन रिसर्च मेथोडोलॉजी पर था। जिसमे मैं 60 में से 45 अंक प्राप्त किये। जो लगभग एक घंटे चला। मुझे थकान महसूस हो रहा था। लेकिन 5:30 से एक और वेबिनार था। ये वेबिनार शाम 7 बजे तक चला। 7 बजे सारे वेबिनार खत्म हो गए और मेरे सर में दर्द होने लगा। में कुछ देर आँखें बंद करके बैठा रहा। कुछ देर बाद में नीचे आकर टहलने लगा। नायरा और आरोही मुझे देख कर ऐसा सोचने लगे की मैं कहीं बाहर गया था और अब आया हूँ। कुछ देर बच्चों के साथ खेलने के बाद मैं सभी के साथ बैठ कर बात करने लगा। रात्रि भोजन के दौरान मुझे पता चला की नीमच से 30 लोग कुछ दिन पहले गुजरात गए थे। जब 29 को वह पहुँच कर उसने अपना जांच करवा तो कोरोना पॉजिटिव था। पूरा नीमच प्रशासन हिल गया और यहाँ पर वो जिन लोगो के संपर्क में आया उन सब लोगो को जांच के लिए ले गए।मैं बोला की भगवान ये क्या होने वाला हैं। नीमच बचा था यहाँ भी कोई कोरोना पॉजिटिव न आ जाये। भोजन समाप्त कर में कुछ देर छत पर टहलने लगा। इसी बीच जीवन संगिनी जी का फ़ोन आया बात करते करते मैं नीचे आया और बिस्तर पर लेटते ही कब नींद लग गयी पता ही नहीं चला।
इस तरह लॉक डाउन का आज का दिन भी समाप्त हो गया।लेकिन लॉक डाउन कब तक चलने हैं अब 17 मई के बाद ही पता चलेगा।कहानी अभी अगले भाग में जारी रहेगी.....