#हिन्दीवेबसीरिज-**एपिसोड 6**
#हिन्दीवेबसीरिज-**एपिसोड 6**
"खाप पंचायतें रहेगी इणके तालिबानी फरमान कौणी चले हम करांति लायगें ...।"बस सालू ने ज़ोर-सोर से सब भी लुगाइयों को एकजुट करने में लग गई। विरोध बहुत जोरदार होने लगा खाप पंचायतें अपना वर्चस्व बनाए रखना चाहती थी।
उन्होंने ने लठैतों को लगाया के इस सालू को अच्छा सबक सीखाओ मरद् लोगण में "सालू का हंसिया का दहसत थी"जिन भी लोगण ने हमला करने की कोशिश की **सालू की छोरियों की बटालियन ने हमले को रोक दिया ढाल की तरह खड़ी हो जाती कि सालू को खरोच भी आई तो तुम मरद् समझ लो दूजा राधेबणावन में देर णी लागे।
सालू ने बहुत सी लुगाइयां और छोरियों को इकट्ठा कर उन को सक्षम बनाने के लिए सोचण लागी रोज अलग-अलग स्थानों पर बैठक होती । लुगाइयां को घरण से निकलने की मनाही करवा दी खाप पंचायतों ने सालू के बापू और माई को बुला कर धमकाया की थारी छोरियां को वंस में रख नाथूराम बोहोत लुगाइयां और छोरियों को भड़का रही है।
कंई तू लागाम णी कसवा सका है ,णी तो गांव निकासी का फरमान सुणाई देंगे।
'त्रिभुवन अब खुल कर सालू के पक्ष में आवाज उठावण लागा था। **खाप पंचायतों** की बैठकों में कहने लगा था।
"आप लोगण ये ग़लत फैसले कर रहे हो। किसी छोरी को यूं सरेआम बेइज्जत करना सही नहीं है। बुजुर्ग सरपंच भृकुटी तानी कै कैवण चाहवे ,ये छोरा हमार फैसला कौणों अदालत णी बदल सके समझा तू "वैध जी संभालों अपने छोरा को चार किताबन बांच के आगिया ने अपने बुजुर्गो को सही-गलत बतावत है।वाह ये ज़माना कैसण आगियो।"
सालू ने सब से पहलण लुगाइयों को अपणा पैरों पर खड़ी होवण के लिए तैयार किया। हम सब को अपने कमाई का जरिया बणा सकत है। तब ही हम इन"खाप-पंचायतों से मुकाबला कर सकती हैं।
