भारत-पाकिस्तान विभाजन क्यों?
भारत-पाकिस्तान विभाजन क्यों?
आप सभी को पता है कि भारत का विभाजन हुआ था और भारत और पाकिस्तान का जन्म हुआ था।
वैसे पाकिस्तान का निर्माण स्वर्गीय मुहम्मद अली जिन्ना जी ने किया था जो कि ब्रिटिशकालीन भारत के प्रमुख नेता और 'मुस्लिम लीग' के अध्यक्ष भी थे।
स्वर्गीय मुहम्मद अली जिन्ना साहब को पाकिस्तान बनाने और उस देश का प्रथम प्रधानमंत्री बनने का लालच देकर अंग्रजों ने कूटनीतिक राजनीति का खेल खेला।
जब उन्होंने देखा कि अब भारत को गुलाम नहीं बनाया जा सकता तो उन्होंने हमारे देश को ऐसी कूटनीतिक आघात पहुंचाया जो शायद आज भी दोनों देशों के नागरिक भुगत रहे हैं और ना जाने कितने और समय तक भुगतते रहेंगे।
स्वर्गीय मुहम्मद अली जिन्ना साहब को क्या मिला और वो कितना पाकिस्तान बनने की खुशी का आनंद ले सकें। 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान का निर्माण किया गया और ये विभाजन दोनों देशों के नागरिकों को कितना महंगा पड़ा और कितने बेगुनाह इंसानों को अपनी जान गंवानी पड़ी।
इतने असहाय और मजबूरी में अपनों से सदा के लिए जुदा होना और फिर कभी भविष्य में देख पायेंगे या नहीं इस बात की उधेड़बुन में परेशान होकर दोनों देशों की जनता ने कितने कष्ट झेले।
और इस काल की निर्दयता की पराकाष्ठा तो देखिए कि कैसे जो हिंदू-मुस्लिम-सिख भाई साथ-साथ एक ही परिवार के सदस्यों की तरह मानकर एक-दूसरे की मां-बहन और बेटियों की सलामती के लिए मर-मिटने की कसमें खाता करते थे।
विभाजन के समय उन मां-बहनों और बहु-बेटियों को बस भोग-विलास का साधन समझकर उनकी अस्मत के साथ खूब खेला गया और इंस
ानियत को बुरी तरह कुचल कर हैवानियत का नंगा नाच खेला गया।
क्या आज इस देश में कोई कानून नहीं है कि जो वो नर्क से भी बदतर जिंदगी दोनों देशों के नागरिकों ने झेली और जिनके कारण झेली, उन गुनेहगारों पर कोई सख़्त से सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए या उन्हें सजा मिलनी चाहिए?
और क्या इस संसार में ऐसी कोई अदालत नहीं जो भारत और पाकिस्तान की जनता को जो उन्होंने भारत-पाक विभाजन के समय जो नारकीय जीवन झेला और निर्दोष और असहाय अपनों का खून बहते हुए देखा।
संसार की सबसे बड़ी अमानुषिक हिंसा अपनी मां-बहनों और बहु-बेटियों को हैवानों, दरिंदों, इंसानों के भेष में छुपे शैतानों द्वारा किए गए पापों और अत्याचारों और जुल्मों को निरीह और असहाय और दबे-कुचलों मजबूर हो कर देखा और इतने मजबूर कि ये सबकुछ उनमें से अधिकतर को जीते-जी अपनी आंखों से देखना पड़ा।
मेरे सवालों का जवाब किसी के पास नहीं है। स्वर्गीय मुहम्मद अली जिन्ना साहब ने क्या ग़लत नहीं किया जो कि अंग्रेजों की बातों में आ गए और बाप-बेटे के बीच फूट डालकर उन्हें अलग-अलग कर दिया।
भारत और पाकिस्तान को फिर से पहले वाला अखंड भारत बनाना है और जिस दिन भारत और पाकिस्तान यानि पिता और पुत्र का मिलन होगा उस दिन सही मायने में भारत एक बार फिर से सोने की चिड़िया कहलाएगा। क्षमा करें अगर मेरे इस लेख से आप सभी को कोई दुख-तकलीफ़ हुई है तो ओर मैं क्षमा प्रार्थी हूं अगर किसी को ठेस पहुंची हो।
वंदेमातरम, जयहिंद, जय हिन्द की सेना, जय जवान जय किसान, भारत माता की जय।