कही वो इस सैलाब को नहीं संभाल पायेगा कही वो इस सैलाब को नहीं संभाल पायेगा
मेरे सारे सवालों का जवाब देने मेरे नाम की चिट्ठी लिए पोस्टमैन मेरे दरवाज़े पर दस्तखत द मेरे सारे सवालों का जवाब देने मेरे नाम की चिट्ठी लिए पोस्टमैन मेरे दरवाज़े पर...
कमाल की पसंद है तुम्हारी, मैं भी कब से सोच रही थी भारतीय दर्शन पर भी कुछ पढ़ लूँ कमाल की पसंद है तुम्हारी, मैं भी कब से सोच रही थी भारतीय दर्शन पर भी कुछ पढ़ लूँ
कन्या भ्रूण-हत्या के सवालों से टकराती कहानी... कन्या भ्रूण-हत्या के सवालों से टकराती कहानी...
शिक्षक कैसे होंगे मारेंगे तो नहीं डांटेंगे तो नहीं बच्चे कैसे होंगे ज्यादा बोलेंगे तो न शिक्षक कैसे होंगे मारेंगे तो नहीं डांटेंगे तो नहीं बच्चे कैसे होंगे ज्यादा बोलें...