इस तरह मीटिंग मैं-मैं के स्वर से चालू हुई और इसी मैं-मैं के स्वर से समाप्त भी इस तरह मीटिंग मैं-मैं के स्वर से चालू हुई और इसी मैं-मैं के स्वर से समाप्त भी
उसकी उन खाली आँखों में मुझे मेरे सवाल का जवाब मिल गया। उसकी उन खाली आँखों में मुझे मेरे सवाल का जवाब मिल गया।
ईश्वर ने उन्हें एक दूसरे के लिए लिखा था तो पता लिखने में ग़लती क्यों कर दी। ईश्वर ने उन्हें एक दूसरे के लिए लिखा था तो पता लिखने में ग़लती क्यों कर दी।
हम लोग अपनी जबान दे चुके है। अब यह हमारी इज्जत का सवाल है। हम लोग अपनी जबान दे चुके है। अब यह हमारी इज्जत का सवाल है।
मैं तुमसे अपने दिल के वह सारे जज्बात बयां करना चाहते हूं। मैं तुमसे अपने दिल के वह सारे जज्बात बयां करना चाहते हूं।
हमारे पास लालटेन हैं उनके पास सितारे हैं हमारे पास लालटेन हैं उनके पास सितारे हैं