एक दिन शाम को बाजर में बहुत भीड़ थी । मंदिर की तरफ से एक ठेले वाला धीमी गति से आ रहा था । तभी एक बड़ी ... एक दिन शाम को बाजर में बहुत भीड़ थी । मंदिर की तरफ से एक ठेले वाला धीमी गति से आ ...
दोनों बेटे उमेश और सुयश भी अपनी पत्नियों की हाँ में हाँ मिलाते। दोनों बेटे उमेश और सुयश भी अपनी पत्नियों की हाँ में हाँ मिलाते।
नैतिकता और कुछ नहीं बल्कि सबक है जो हम एक कहानी से सीखते हैं। नैतिकता और कुछ नहीं बल्कि सबक है जो हम एक कहानी से सीखते हैं।
मुझसे ज्यादती देखी नहीं जाती मुझसे ज्यादती देखी नहीं जाती
मगर मैंने भीख नहीं मांगी और ना ही चोरी की मगर मैंने भीख नहीं मांगी और ना ही चोरी की
हमारे पास लालटेन हैं उनके पास सितारे हैं हमारे पास लालटेन हैं उनके पास सितारे हैं