Devendra Tripathi

Abstract

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Devendra Tripathi

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अदृश्य शक्ति

अदृश्य शक्ति

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कौन है,

जो अदभुद है,

जो अदृश्य है,

जो काल्पनिक है,

कुछ तो है,

लेकिन पता नहीं कौन है।।


कौन है,

जो हवा के झोंकों में है,

जो साँसों की खुशबू में है,

जो हर अहसासों में है,

कुछ तो है

पर पता नहीं कौन है।।


कौन है,

जो मुझमे है,

जो तुझमे है,

इन फ़िज़ाओं में है,

कुछ तो है,

पर पता नहीं कौन है।।

कौन है,

जो बताता है,

क्या सही है,

क्या गलत है,

कुछ तो है,

पर पता नहीं कौन है।।

कौन है,

जो सर्वज्ञानी है,

जो सर्वश्रेष्ठ है,

जो सर्वव्यापी है,

कुछ तो है,

पर पता नहीं कौन है।।


कौन है,

जो सहारा है,

जो किनारा है,

जो पालनहारा है,

कुछ तो है,

पर पता नहीं कौन है।।

कौन है,

जो हमदर्द है,

जो हमसफ़र है

जो हमराही है,

कुछ तो है,

पर पता नहीं कौन है।।


कौन है,

जो प्यार में है,

जो दर्द में है,

जो आंसुओं में है,

कुछ तो है,

पर पता नहीं कौन है।।

कौन है,

जो सुख दुख में है

जो आशा में है,

जो निराशा में है,

कुछ तो है,

पर पता नहीं कौन है।।


कौन है,

जो हँसी खुशी में है

जो मिलन में है,

जो बिरह में है,

कुछ तो है,

पर पता नहीं कौन है।।


कौन है,

जो हर समय, हर वक्त

हमारे साथ है,

अदृश्य है, लेकिन निःस्वार्थ है,

जिसमे सन्देह नहीं है,

एक ऐसी शक्ति है,

पर कौन है, कैसा है,

कुछ पता नहीं वो कौन है।।


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