14 जून 2021
14 जून 2021
लगभग ग्यारह बजे राहत ने कॉल करके बताया की उसकी पहली नियुक्ति लखनऊ में ही डी.एस.पी. के पद पर हो गई है। मैंने बिरजीस आंटी को फ़ोन करके मुबारकबाद दी।
कल रात गहरी नींद सोया था क्योंकि शंका के बादल छट गए थे और अनुष्का की ओर से मन साफ हो चुका था।किन्तु थॉमस हारडी का कथन, कि जीवन के दुख भरे नाटक में सुख कभी कभार घटित होने वाली एक घटना है, बिल्कुल सही है।मैं राहत के डी.एस.पी. बनने के समाचार से आनंदित हो ही रहा था की भाभी मेरे पास आईं। वह परेशान भी थीं और क्रोधित भी। उनके हाथ में सीमा का मोबाईल था। मुझे मोबाईल देते हुए बोलीं, "सीमा शहला को मुबारकबाद देने गई है। जल्दी में मोबाईल छोड़ गई। मैंने जो कुछ पढ़ा है वह तुम भी पढ़ लो।"मैंने मैसेज पढ़ना शुरू किए। दस जून से पहले के मैसेज हटाय जा चुके थे:
(दस जून: 03:00 p.m.)
पहली बार साथ रहने का कितना अच्छा अवसर मिल रहा था। तुमने साथ चलने से इनकार क्यों कर दिया?
मेरे पेट में दर्द था।
जब तक तुम्हें पता था की सौरभ भय्या साथ जा रहें हैं, तुम्हें कोई दर्द नहीं था, जैसे ही तुमने मेरी सूरत देखी तुम्हारे पेट में दर्द होने लगा?
आपको अच्छी तरह पता है कि किसे देख कर मेरे पेट मैं दर्द हुआ था। लेकिन आप पर क्या फ़र्क पड़ता है। अनुष्का भाभी तो आपके साथ हैं हीं साथ रहने के लिए, साथ घूमने के लिए। उनके सामने आप मुझे कुछ नहीं समझते हैं। आप भी नहीं चाहते थे कि मैं आप लोगों के साथ चलूँ और कबाब में हड्डी बनूँ। मैंने एक बार कहा कि मैं नहीं चलूँगी और आप मान गए।
मैं तुम्हें कैसे मना सकता था। कुछ भी कहता तो सब लोगों को हम पर शक हो जाता।
शक करने देते। एक न एक दिन तो सब को बताना ही है।
तुम ही तो छुपा रही हो।
क्या आपको मालूम है मैंने पहली बार भय्या की बात नहीं मानी है। मुझे इस बात का बहुत दुख है। मेरे भय्या इतने अच्छे हैं कि उन्होंने मुझे एक बार भी नहीं डाटा।
अभी आप क्या कर रहे हैं। बात नहीं कर सकते?
नहीं। सब के बीच मैं बैठ कर तुम्हें याद कर रहा हूँ। तुम साथ आतीं तो बहुत मज़ा आता।
अनुष्का भाभी के रहते क्या मज़ा आता। वह हम लोगों को बात ही ना करने देतीं।
अनुष्का का घर बहुत बड़ा है। बहुत कमरे हैं। कितनी नज़र रख पातीं?
अब आप अनुष्का भाभी को अनुष्का कहने लगे हैं। बहुत दोस्ती बढ़ गई है।
अनुष्का तुम्हारी शुभचिंतक हैं। उसकी ओर से मन खट्टा न करो। उन्होंने तुम्हारे लिए एक बहुत अच्छा रिश्ता बताया है। उसकी भाभी का साला मेडिकल के अंतिम वर्ष में है। वह उसी से बात चलाना चाहती हैं। लखनऊ पहुँच कर सब से बात करेंगी।
मैं उनके और आप के बीच का कांटा हूँ। वह मुझे अपने और आपके बीच से हटाना चाहती हैं। ताकि उनका आप से शादी करने का रास्ता साफ हो जाए।
बेकार की बात मत करो। वह भय्या को बहुत चाहती हैं। उनके साथ सुखी हैं। वह ऐसा क्यों करेंगी?
आप मुझे उनकी ओर से निश्चिंत करने के लिए ऐसा कह रहे हैं। आप बहुत भोले ना बनिए। अनुष्का भाभी और सौरभ भय्या ने आपको बताया ही होगा की भय्या की स्थिति बहुत गंभीर है। यहाँ तक कि उनका किड्नी ट्रांसप्लान्ट होना भी बहुत कठिन है। अब तो कोई चमत्कार ही उन्हें बचा सकता है। वह जानती हैं की भय्या बहुत दिनों तक हमारे साथ नहीं रह पाएंगे। वह आप से मित्रता करके बहुत दूरदर्शिता से काम ले रही हैं।
तुमने उनकी इतनी नकारात्मक छवि क्यों बना रखी है?
आपको तो उनकी, स्मार्ट्नेस, सुंदरता और शिक्षा दिखाई देती हैं। अंदर की बात मैं ही जानती हूँ। भय्या उनसे बहुत प्यार करते हैं। लेकिन वह इस प्यार का बदला बेवफाई से दे रही हैं। यह जानने के बाद भी कि भय्या थोड़े दिनों के मेहमान हैं वह भय्या का ध्यान नहीं रखती हैं। अब तो उन्होंने रात को उनके कमरे में सोना भी छोड़ दिया है।
भय्या के बारे में सोच कर बहुत दुख होता है। कभी कभी हम लोग कितना विवश हो जाते हैं। सब कुछ जान कर भी कुछ नहीं कर पाते हैं।
आपने रिश्ते का क्या जवाब दिया?
मैंने कह दिया कि वह डॉक्टर से शादी नहीं करना चाहती है। बात करने से कोई लाभ नहीं।
(दस जून: 11:00 p.m.)
आप कहाँ सोएंगे?
मैं अपने एक दोस्त के घर पर रुकना चाहता था लेकिन उसका घर बहुत दूर है। अनुष्का ने कहा कि अगर कोई ईमर्जन्सी पड़ गई तो आप फ़ौरन पहुँच नहीं पाएंगे। उसकी बात सही थी। उसने यहीं ठहरने की व्यवस्था कर दी है।
भय्या को यह बात मालूम है?
मुझे क्या पता। अनुष्का ने जैसे ठीक समझ होगा वैसे बात की होगी।
आपका कमरा कहाँ है?
तुम मुझ पर शक कर रही हो?
मुझे आप पर भरोसा है लेकिन उन पर नहीं। यह तो मेरा प्रेम है जो आपकी बातों पर भरोसा कर लेता है वरना शक करने के लिए तो बहुत कुछ है।
मुझे डॉक्टर से बात करना है। फिर बात होगी.
(ग्यारह जून: 2:10 a.m.)
कॅाल करूं?
कॉल से बात नहीं कर सकती। अनिल और भाभी मेरे पास ही सो रहे हैं। आप कहाँ हैं?
अनुष्का के पापा के पास हूँ?
आप के पास और कौन कौन है? अनुष्का भाभी कहाँ हैं।
मेरे पास तुम हो, तुम हो और तुम हो। दूसरों के बारे में अधिक न सोचो। मुझपर विश्वास करो और सो जाओ। हम लोग कल बात करेंगे।
(गायरह जून: 10:08 p.m.)
आप मेरी कॉल क्यों नहीं उठा रहे हैं?
मैं अनुष्का की मम्मी के पास बैठा था। कुल मिला कर तुमसे पूरे दो घंटे बात कर चुका हूँ।
पहले तो आप कॉल का कोई हिसाब नहीं रखते थे?
मेरी जान कैसी बातें कर रही हो? मैं यहाँ किसी की मदद करने, किसी की देखभाल करने आया हूँ। हर समय कॉल रिसीव नहीं कर सकता।
अनुष्का भाभी कहाँ हैं?
मेरे पास ही हैं।
तभी ही आप बात नहीं कर रहे हैं।
क्या हम लोगों की बातों की कोई प्राईवेसी नहीं होना चाहिए?
मुझे आप पर बहुत भरोसा है। बच कर रहिएगा।
(बारह जून: 5:05 a.m.)
प्लीज कॉल रिसीव कीजिए।
अभी मैं बात नहीं कर सकता हूँ।
आप रात को ना तो मैसेज का जवाब दे रहे थे और ना ही कॉल रिसीव कर रहे थे। आपका फ़ोन लगातार बिज़ी जा रहा था।
मेरा फ़ोन अनुष्का के पास था उसका बैलेन्स ख़त्म हो गया था। थोड़ी देर के लिए उसके पापा की हालत बहुत नाज़ुक हो गई थी।
(बारह जून: 11:00 p.m.)
दोपहर को आपने बताया था कि अनुष्का भाभी के भाई और भाभी वापस आ गये हैं। आप लोगों का कल की वापसी का प्रोग्राम पक्का है ना?
हाँ मेरी जान।
अनुष्का भाभी कहाँ हैं?
मेरे पास नहीं हैं। अपनी भाभी के पास हैं।
आप इस प्रकार से बात क्यों कर रहे हैं?
तुम हमेशा अनुष्का पर शक करती रहती हो जबकि वह हमेशा तुम्हारी अच्छाई ही करती है। उसने कहा है लखनऊ पहुँच कर वह भय्या से हम लोगों के लिए बात करेगी।
आप अनुष्का भाभी का बहुत फ़ेवर करने लगे हैं। वह आप पर इम्प्रेशन जमाने के लिए अच्छी अच्छी बातें करती हैं। उन्हें मेरे लिए भय्या से बात करने की कोई आवश्यकता नहीं। आप सौरभ भय्या से बात क्यों नहीं करते।
इतनी जल्दी क्या है? बात कर लूँगा।
अनुष्का भाभी का जादू आपके सर पर चढ़ कर बोल रहा है। एक ओर कहते हैं कि तुम्हारे बग़ैर रह नहीं सकता और दूसरी ओर कहते हैं की जल्दी क्या है। उनके साथ रहते रहते आप भी बेवफ़ाई वाली बातें करने लगे हैं। आप उनसे सिर्फ़ ज़रूरी बातें किया कीजिए।
अनुष्का बहुत परेशान रहती है। इस लिए मैं उससे बात कर लेता हूँ। वह मुझसे अपनी हर समस्या शेयर करती है। उसको लगता है कि मुझसे अधिक उसे और कोई नहीं समझता है। तुम्हें शादी की जल्दी इस लिए नहीं है कि तुम मेरे साथ रहना चाहती हो अपितु जल्दी इस लिए है कि तुम्हें डर है कि मैं अनुष्का की ओर चला जाऊँगा।
आपने मुझे या तो समझा नहीं है या फिर ना समझने का दिखावा कर रहे हैं। शादी की जल्दी करने की निर्लज्जता का पहला कारण यह है कि मैं भय्या से बिछड़ने से पहले उनका आशीर्वाद ले लेना चाहती हूँ। दूसरी बात यह है कि मैं आप से छुप छुप कर नहीं मिलना चाहती। भय्या मेरे ऊपर बहुत विश्वास करते हैं। मैं उनका विश्वास नहीं तोड़ना चाहती।
अभी तक तो तुमने उनका विश्वास तोड़ा नहीं है? उनका विश्वास तोड़ने में तुम किस हद तक जा चुकी हो उसको मुझसे अधिक कौन जानता है?
आप मुझे ताना दे रहे हैं? आप ही मुझे एकांत जगहों पर ले जाते थे। मैं हमेशा मना करती थी। अच्छा हुआ मैं आपके साथ कानपुर नहीं गई वरना ना जाने क्या से क्या हो जाता। मैं किसी को मुंह दिखाने के क़ाबिल भी न रह जाती। मुझे आप से बात नहीं करना है।
(तेरह जून: 2: 15 a.m.)
मेरी सीमा मुझे माफ़ कर दो। मैं अपने एक एक शब्द के लिए क्षमा मांग रहा हूँ। मुझे मालूम है मेरी कड़वी बातें सुनने के बाद तुम बहुत रोई होगी और अभी तक रो रही होगी। मैं भी एक पल के लिए भी नहीं सोया हूँ। तुम प्लीज़ किसी प्रकार मुझसे बात कर लो।
ठीक है। यह हम लोगों की आख़री बात होगी। इसके बाद मेरा आपसे कोई मतलब नहीं रहेगा।
(तेरह जून: 12: 15 p.m.)
रास्ते में हूँ। ड्राइव कर रहा हूँ। ट्रैफ़िक जाम में फंसा हुआ हूँ। बार बार कॉल न करो। अनुष्का बग़ल में है।
घर पहुँच कर सब से पहले मेरे पास आइएगा।
ओ.के.
हम लोग ठीक से कैसे मिलेंगे।
इस बार किसी रिज़ॉर्ट पर नहीं जाएंगे।
ठीक है। जहां कहोगी मेरी जान वहीं चलेंगे.
क्या बहाना करोगी?
अपनी शहला ज़िंदा बाद।
ट्रैफ़िक खुल गया है। अब कॉल से बात होगी। सारे मैसेज डिलीट करना न भूलना।
तुम्हारे मैसेज पढ़ कर ज़िंदा हूँ। तुम्हारे आने के बाद डिलीट करूंगी।
सीमा अभी वापस नहीं आई थी। मैंने सारे मैसेज अपने मोबाईल पर ले लिए और मोबाईल उसके कमरे में रख दिया।अनुष्का की बात कि अनुभव अपने दोस्त के घर पर रुका है झूठी सिद्ध हो चुकी थी।शंका की जो बदली छटी थी अब वह कोबरा बन कर दोबारा छा गई.

