03 जून 2021:
03 जून 2021:
ममता भाभी अपने नाम के अनुरूप ही ममतामई हैं। मुझमें और सुनील भय्या में चौदह वर्ष का अंतर है। जब भय्या का विवाह हुआ उस समय मैं केवल अठठारह वर्ष का था। उन्होंने मुझे सदैव अपना छोटा भाई माना और इसके बदले मैंने उन्हें माँ का स्थान दिया। वह पूरे घर को साथ लेकर चलती हैं। एक अनिल को छोड़ कर कोई ऐसा नहीं है जो उनकी बात न मानता हो। जब से उन्हें पता चला है कि मुझे डैलेसिस पर रहना है वह बहुत चिंतित हैं। सीमा और राहत के साथ आज वह भी अस्पताल में मेरे साथ साथ रहीं। रास्ते में जब मैंने राहत से पूछा की डैलेसिस में कितनी देर लगेगी तो उसने कहा, "भय्या आज तो डैलेसिस के लिए आपकी बांह में एक ऑपरेशन किया जाएगा। बीस पच्चीस दिनों में ऑपरेशन का घाव भरेगा उसके बाद ही डायलिसिस शुरू होगी।
ऑपरेशन सफल हुआ है। छह बजे शाम को मैं अस्पताल से घर आ गया। डॉक्टर के अनुसार अगले पच्चीस दिन मेरे लिए बहुत नाजुक हैं। मेरे कैथिटर डाल दिया गया है। दो बार पहले भी इसी तरह किया जा चुका है।
जब मैं अस्पताल के रास्ते पर था तभी अनुष्का के माता पिता और भाइयों का फोन आया था। सभी ने कहा कि वह लोग मेरे कष्ट से बहुत दुखी और चिंतित हैं। यह कहना कि वह मेरे लिए चिंतित हैं क्या कोरी औपचारिकता नहीं है? वास्तव में उनकी चिंता का कारण उनकी अनुष्का का भविष्य है।
अनुष्का से मेरे विवाह को बस एक ही वर्ष हुआ है। मेरी और उसकी आयु मैं सात वर्ष का अंतर है। हम दोनों एक दूसरे से प्रेम भी करते हैं और हम लोग एक आदर्श पति-पत्नी भी हैं किन्तु हम लोग अभी तक एक दूसरे के अच्छे दोस्त नहीं बन पाए हैं।
अनुष्का को यह अवश्य लगता होगा कि मैंने विवाह से पहले अपनी बीमारी छिपा कर उसे धोखा दिया है। उसने कभी इस प्रकार की कोई बात नहीं कही है किन्तु कभी भी कह सकती है। वर्तमान परिस्थितियों में यदि वह ऐसा सोचती है तो मैं उसे दोष नहीं दे सकता। यह बात सच है कि मुझे यह समस्या पिछले दो वर्षों से हैं किन्तु मुझे तो क्या डॉक्टर तक को नहीं पता था की मेरी समस्या इतना गंभीर रूप धारण कर सकती है।
अनुष्का ने दो बार बात की किन्तु वह एक बार भी ठीक से बात नहीं कर पाई। कल ही तो उसके भाई की शादी है। शादी के वातावरण में देर तक बात करना संभव नहीं होता है। वह बस इतना कह पाई कि वह शादी के बाद की रस्मों के लिए नहीं रुकेगी और परसों ही वापस आ जाएगी। मैं उससे कोई रोमांटिक बात नहीं कर पाया। एक दो दिन के लिए मेरा कैथिटर हट जाता तो कितना अच्छा होता।