तू मेरी ज़िन्दगी का हीरो ,
मैं तेरे शब्दों की दीवानी ,
आ लिख दूँ फिर से आज ,
अपनी छिपी प्रेम कहानी |
यूँ आंखों का ऐसे मिलना ,
फिर दिल में बस जाना ,
कोई क्या जाने इश्क में ,
क्या होता शमा - परवाना ?
मैं आज भी जल रही ,
तेरी राह में ओ दीवाने ,
तूने ऐसा अलख जगाया ,
मेरे सपने हुए सयाने |
कभी लगता चाहत सच्ची ,
कभी लगती बातें अच्छी ,
कभी मूँद पलक के सोचूँ ,
तो बीती सारी रातें बच्ची |
मैंने जब भी दिल से पुकारा ,
तुम्हे देना पड़ा सहारा ,
ओ मेरी ज़िन्दगी के हीरो ,
तेरा साथ सबसे प्यारा ||