STORYMIRROR

Lata Bhatt

Drama Romance

2  

Lata Bhatt

Drama Romance

यूँ ही नहीं सुनाई देती

यूँ ही नहीं सुनाई देती

1 min
268


मेरे दिल में कहीं तू छुपा है पिया,

मुझे यूँ ही नहीं सुनाई देती ये बाँसुरिया।


बात दिल की तो दिल तक ही रहनी चाहिए,

फिर भी सबको बताने को करता है जिया।


पास नहीं फिर भी नैन निहार रहे तुम्हें,

मुझ पर ये कैसा जादू किया साँवरिया।


निकली में तो, जाने को तुम्हारी गली,

पीछे छूट गई अब ,ये सारी नगरिया।


चलने को मिली, कंटकों से भरी पथरीली,

फिर भी पूरी राह, बजती रही पायलिया।


अंधेरों के घने-काले बादल छँट गए,

सुलझने लगी जिंदगी की सब पहेलियाँ।


बातें ये सब कहाँ लब्जों ने बताई है,

मेरे दिल का हाल सुना गई ये अखियाँ।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama