कैसे करुँ, मै तेरा शुक्रिया
कैसे करुँ, मै तेरा शुक्रिया
अनहद अनहद तूने मुझे दिया,
कैसे करुँ श्याम, मै तेरा शुक्रिया।
समंदर, नाव और दिया पतवार,
जाना हो अगर मुझे कभी उस पार,
हौसला दे के ऊँचा मेरा सर किया,
कैसे करुँ श्याम मै तेरा शुक्रिया।
माँगा मैंने जब सिंदूर चुटकी भर,
सितारों से भरी मेरी मांग आकर,
अपने नाम की पहना दी चुनरियाँ
कैसे करुँ श्याम, मै तेरा शुक्रिया।
चलकर आती तो बरसी बीत जाते,
कहा तूने मुझको खुदको थमाते,
दिल मे जलाये रखना श्रद्धा का दीया,
कैसे करुँ श्याम, मै तेरा शुक्रिया।
मेरी साँसो को बाँसुरी के सुर मिले,.
जीवन बगिया में प्रीत के फूल खिले,
गुनगुनाये भँवरे और उड़े तितलियाँ,
कैसे करुँ श्याम, मै तेरा शुक्रिया।
देखी जब मैंने तेरे होठों पर मुस्कान,
दूर हो गई मेरी जन्मो की थकान,
पिया तूने आ के मेरा दर्द ले लिया,
कैसे करुँ श्याम, मै तेरा शुक्रिया।
