यह नहीं अच्छा
यह नहीं अच्छा
सियासत हो मगर मजलूम पर हो यह नहीं अच्छा
सियासत धर्म पर हो, जाति पर हो यह नहीं अच्छा
कभी झाँको किसी की सुलगती आंखों में तब जानूँ
किसी मुद्दे को टालो, बरगलाओ यह नहीं अच्छा
कभी जख्मों को सहलाते हो लेकिन स्वार्थ रहता है
सरल लोगों को बहकाओ, फुसलाओ यह नहीं अच्छा
मुझे अच्छा नहीं लगता किसी को दर्द पहुंचाना
किसी की अहमियत को भूल जाओ यह नहीं अच्छा
सलामत जब रहेगा आदमी सब खुशनुमा होगा
मसले सुलझाने की जहमत ना उठाओ यह नहीं अच्छा
तुम्हें पूजा गया है ईश्वर की जगह कुछ समझो
इबादत में चुनावी रंग डालो यह नहीं अच्छा