राह मुश्किल ही सही लेकिन गुज़रना चाहता हूँ
राह मुश्किल ही सही लेकिन गुज़रना चाहता हूँ
नींद से जागा हूँ और मैं साथ चलना चाहता हूँ
राह मुश्किल ही सही लेकिन गुजरना चाहता हूं
विश्व के इस पटल पर भारत लिखा दिख जाएगा
मैं तुम्हारी सोच और हिम्मत बदलना चाहता हूं
मुझे अपने लक्ष्य, ताकत ,धैर्य पर विश्वास है
मैं सियासत का बड़ा क़िरदार चुनना चाहता हूं
आज मेरी जंग दुनिया के गुनहगारों से है
उनकी नियत सामने लाकर कुचलना चाहता हूं
दम तुम्हारी बाजुओं में हो मुझे आवाज दो
काटने इनकी जड़ें नीचे उतरना चाहता हूं।