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Manju Rani

Romance Tragedy Others

4  

Manju Rani

Romance Tragedy Others

यह कैसी बात, यह कैसी रात

यह कैसी बात, यह कैसी रात

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मैंने अपनी संपूर्ण

तरुणाई उन्हें दे दी,

उन्होंने मेरी प्रेम में

रंगी साँस ही खींच दी।

यह कैसी बात, यह कैसी रात।

मैंने सदा के लिए आँखों में

उनकी तस्वीर बसा दी,

उन्होंने मेरे नयनों में

नीर की धारा भर दी।

यह कैसी बात, यह कैसी रात।

मैंने तन-मन समर्पित कर

उनकी दुनिया बसा दी,

उन्होंने मेरे ख्वाबों से

ही बेवफाई कर दी।

ये कैसी बात, ये कैसी रात।

मैंने जग भूला उन्हें

अपनी धड़कन दे दी,

उन्होंने मेरी धड़कन की

गति ही रोक दी,

यह कैसी बात, यह कैसी रात।

मैंने जीवन की हर

सुबह और शाम दे दी,

उन्होंने मेरे जीवन की संध्या

की अमावस्या कर दी।

ये कैसी बात, ये कैसी रात।

मैंने अपनी सरगम

उन के गीतों को दे दी,

उन्होंने तो मेरी

साज़ ही तोड़ दी।

यह कैसी बात, यह कैसी रात।

मैंने उनकी विरान बालकोनी में

कुसुम की महक बिखेर दी,

उन्होंने मेरे तरु की

पत्तियाँ तक तोड़ दी।

यह कैसी बात, ये कैसी रात।

मैंने उनके अंधेरे दिल की कोठरी

अपने अरमान जला, रोशन कर दी,

उन्होंने मेरे दिल की राख

तटनी में ही बहा दी।

यह कैसी बाते, ये कैसी रात।

मैंने अपने अनगिनत पलों से

उनकी ख्वाहिशें सज़ा दी,

उन्होंने मेरी चाहत हृदय से

ही निष्कासित कर दी।

ये कैसी बात, ये कैसी रात।


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