ये मुश्किलें
ये मुश्किलें
यहॉं मुश्किल ही मुश्किल है
ज़िंदगी ही मुश्किल है,
हर तरफ़ मुश्किल है
सालों से मुश्किलों का यह रोना।
मुश्किलों को देखते हैं
समाधान को नहीं देखते हैं,
मुश्किलों के बारे में सोचते रहना
मुश्किलों के बारे में बातें करना।
हरसमय रोना ही रोते हैं
क्यों रोते हैं ?
जो देखना चाहोगे
वही दिखाई देगा।
चाहे सकारात्मक देखो
चाहे नकारात्मक सोचो,
मन तो भागता है तेज रफ़्तार से
जिधर दौड़ाओगे दौड़ेगा।
क्यों नहीं अच्छा सोचते हो
क्यों नहीं व्यवस्थित होते हो,
इसके लिए बहुत से तरीक़े हैं
अच्छा संग है, सुविचार है,स्वाध्याय है।
योग है, अनुशासन है, नियमितता है
दृढ़ संकल्प है,धीरज है,
कुछ अच्छा कर गुजरने की तमन्ना है
शिकायतें करने से कुछ नहीं होता।
शिकायतें बहुत हैं ज़िन्दगी से
पर जो मिला वह कुछ कम नहीं है,
बहुतों को तो वह भी नहीं मिला
जो तुम्हें मिला परवरदिगार से।
तुमसे कम पाने वाले भी ख़ुश हैं
फिर तुम्हारी ख़ुशी को क्यों ग्रहण लगा है ?
मुश्किलों का हल भी है
संघर्ष से मिलता जो है।
संघर्ष निखारता भी है
बजाए टूटने के मज़बूत बनो,
मुश्किलों पर विजय पाते हैं साहस से
पहाड़, समुद्र भी लाँघ लिए जाते हैं साहस से।
