ये कुछ लोग
ये कुछ लोग
यह दुनिया खूबसूरत बहुत,
कुछ बदसूरत दिमाग भी है यहां,
अपने दाग़ को तमग़ा समझते हैं,
दूसरे के तमगों को दाग़ कहते हैं...
उनके साथ जो खड़ी है लंबी भीड़ है
वह यह ना भूले आज किसी के दामन में दाग लगाने वाले ,
कल तुम्हें भी ना छोड़ेंगे ये बदसूरत सोच वाले...
ख़ुदा ना समझो अपने को,
उसकी चोट में आवाज़ नहीं होती
किसी की नींव हिलाने की तुम्हारी औकात नहीं होती।