STORYMIRROR

sai mahapatra

Romance

3  

sai mahapatra

Romance

ये कैसी

ये कैसी

1 min
334

ये कैसी मजबूरी है जहां तुम हो बही हम है

ये कैसी मजबूरी है तुम हो पास मगर हम दूर है


एक वक्त था कटा करती थी हमारी रातें

सुनकर तेरी बातें


कॉलेज हो या कोई पार्क या कोई स्टेशन

हम इंज़ार करते थे देर तक सिर्फ करने केलिए तुझसे मुलाकातें।


मैं था तेरा बिता हुआ कल वो है

तेरा आने बाला पल


तू कल तक करती थी जिससे नफ़रत 

तू आज बन गई है उसकी मोहब्बत।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance