ये कैसी बारिश बेमौसम
ये कैसी बारिश बेमौसम
ये कैसी बारिश बेमौसम
बिजली ऐसी कौंध रही है
बादल गर्जना कर रहे हैं
क्यूँ बैठा खेतिहर गुमसुम ?
ये कैसी बारिश बेमौसम
छप्पर टपके जा रहे हैं
जानवर दहाड़़ लगा रहे हैं
क्यूँ बैठा खेतिहर गुमसुम ?
ये कैसी बारिश बेमौसम
सर्दी में बच्चे काँप रहे हैं
निकल जहरीले साँप रहे हैं
क्यूँ बैठा खेतिहर गुमसुम ?
ये कैसी बारिश बेमौसम
भूखे बिलख रहे हैं बच्चे
घर ढह रहे हैं कच्चे
क्यूँ बैठा खेतिहर गुमसुम ?
ये कैसी बारिश बेमौसम
ओलों की बिछ गई है चादर
ऐसा भयानक हो गया मंजर
इसलिये बैठा खेतिहर गुमसुम ।