ये एक खुमारी है !
ये एक खुमारी है !


जो दिल चाहे
वो होता क्यूँ
नहीं है,
अब ये मासूम
नादान रोता क्यूँ
नहीं है,
किसकी तलब है
इसे
चाहता क्या
है,
ये ख्वाब देखता
है या फिर
हकीकत है
पता नहीं,
रात को सोता क्यूँ
नहीं है
ये मुझमें ही
रहकर
मेरा होता क्यूँ
नहीं है,
ये एक खुमारी है
या बीमारी है
ये सोचकर
परेशान क्यूँ
होता नहीं है।