यारों की मस्ती
यारों की मस्ती
सनी, बन्नी, राजू,कुमार
भरे सूटकेस करके तैयार
सैर पर निकले चार यार
सबके सर है मस्ती सवार
करके सब टेंशन दरकिनार
निकले लेकर अपनी कार
सनी के मन में आया विचार
रोकना गाडी गर आये बाजार
लेना है चटनी या अचार
आलू पूरी संग खाएंगे
सफर में में मौज उड़ाएंगे
सफर ये होगा मज़ेदार
मिला ये मौका शानदार
तो कैसे होने देते बेकार क्यूँकि
ना मिलता मौक़ा बार बार।
