Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Vijay Kumar उपनाम "साखी"

Inspirational

3  

Vijay Kumar उपनाम "साखी"

Inspirational

वक़्त

वक़्त

1 min
229


हर जख़्म की दवा ये वक्त है

सबको लगता ये कमबख्त है

जिसने ये वक्त संवार लिया है

इस जीवन को सुधार लिया है


जो भी कर्म करता हर वक्त है

शूलों में बनता वो फूल फक्त है

हर ज़ख्म की दवा ये वक्त है

वक्त सिखाता हर पाठ सख्त है

जो बहाता यहां कर्म रक्त है

वो खिला रहता हर वक्त है


दुःख उसे विचलित न करता,

जो वक्त का सींचता दरख़्त है

हर जख़्म की दवा ये वक्त है

वक्त देता दवा बहुत उन्नत है


दुनिया में वक्त ही बनाता है,

वक्त ही बिगाड़ता हर संबंध है

जिंदगी में मिलेगी हर सफलता,

वक्त से चलता रह तू कमबख़्त है


हर जख़्म की दवा ये वक्त है

घाव भरता चाहे घाव सख्त है

समय के अनुसार चल साखी,

फिर मरु में खिलेंगे फूल-पाती,

उनकी जिंदगी बनती जन्नत है

जो करते वक्त की इज्जत है



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational