याद करो भारतीय हो तुम
याद करो भारतीय हो तुम
भारत है देश यह मेरा
एकता की मिसाल बने
पूरे विश्व में है इसका बसेरा
भिन्नता होंगी अनेक सी
हिंदुस्तान यह देश है मेरा।
स्वप्न है हज़ार मगर
थमसि जाती पावों अगर
आलोचकों की कड़वी बातें
जब समाज में केवल
ज़हर ही बाटें !
क्या हिन्दू क्या मुस्लिम
देश जब संतुलन खोए
हाथ में हाथ खड़ा रहना होगा तम्हे
भयभीत किस बात से हो ?
एकता की मूरत का निर्माण करना होगा तुम्हे।
क्या सिख क्या ईसाई
भगवन होंगे भिन्न ज़रूर
पर प्रार्थना तो एक है ये!
ईश्वर के अलग नाम होंगे ज़रूर
पर विचार बदलते नहीं कभी,
सोच कर तो देखो
एक ही थे वो, एक ही रहेंगे वो।
आपातकालीन स्थिति से
जुंझ रहा है देश अभी
अहंकार की दुर्भावना
उजाले के दीये से दूर करे सभी
चलो साथ चले हम
मंज़िल तो एक ही है
धर्मों की राजनीती का बवंडर
ज़रूर कोहराम मचा रहा है अभी
मौका तो दो,
हंसकर साथ इसे भी कर लेंगे हम सभी।