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सोनी गुप्ता

Abstract

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सोनी गुप्ता

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वो तारा

वो तारा

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मैं

वो तारा

जो पल पल

चमकता रहता हूँ

कम रोशनी से ही सही

बहुतों को रोशन कर जाता हूँ

मुझे कम ना समझो तुम मुझ में भी बहुत कुछ अच्छा है

हर मुश्किल परिस्थितियों में भी हमेशा मुस्कुराता हूँ 

मैं वह तारा हूँ जो पल पल चमकता रहता हूँ

मुझे देख कर तुम ना जाने कितनी बातें

कर लेते हो मुझे देखकर हंसते मुझे देख कर 

रो लेते हो ना जाने कितने सफर साथ बिताए हमने

कितनी रातों को अकेले तुमने दिल की बातें की है हमसे

मुझे देख कर तुम अपनों को 

दिल से याद कर लेते हो

मैं वह तारा हूँ

जो हरपल 

साथ

हूँ।


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