STORYMIRROR

सोनी गुप्ता

Abstract Inspirational

4  

सोनी गुप्ता

Abstract Inspirational

मेरा परिवार

मेरा परिवार

1 min
301

भगवान का मिला अनमोल उपहार मेरा परिवार है,

हमारी अपनी असली दुनिया ही मेरा परिवार है,


इस दुनिया में मेरा परिवार खूबसूरत सा अहसास है,

जहाँ हमारी तुम्हारी हर एक ख्वाहिश पूरी होती है,


जिंदगी एक सफ़र और परिवार उसका हिस्सा है,

जहाँ खेलते- हँसते रोज बनता नया एक किस्सा है, 


बच्चों की हँसी ठिठोली और परियों की वो कहानियाँ,

जहाँ सुनाई देती हमेशा बुजुर्गों की बातें और मुलाकातें,


चाचा -चाची, दादा- दादी हर रिश्तों की निशानियाँ,

बातें उनकी प्रेम उनका जो भुला देती सारी परेशानियाँ,


संस्कारों से भरपूर, ममता का दुलार, पापा का प्यार,

जहाँ बिन मांगे ही मिलते थे कई खूबसूरत से उपहार,


बड़े –बुजुर्गों का आशीर्वाद सीखते बड़ों का करना सम्मान,

परिवार से ही सीखा न करना किसी का भी कभी अपमान,


जहाँ रहते मिल जुलकर वही कहलाता असली परिवार है,

हमारा प्यारा अनमोल परिवार ही हमारा पूरा संसार है I


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract