वो कहां कभी मुझे याद करते हैं
वो कहां कभी मुझे याद करते हैं
गैरों ने लूटा उसे तो शिकायत न हुई,
हमने संभाला फिर भी इनायत न हुई।
जिन्हें हमने मुकाम तक पहुंचाया है,
उन्हीं ने जिंदगी में अकसर ठुकराया है।
हम न होते तो तेरी जिंदगी बर्बाद होती ,
तू कहीं का ना होता गर तेरे साथ न होती,
तू प्यार के काबिल ही न रहा जिंदगी में,
मैं तेरा मुकद्दर लिख तन्हा बर्बाद न होती।
हम दूर होकर भी ख्याल रखते हैं,
वो कहां मुझे कभी याद करते हैं।।