सहना तन्हा मेहनत अपना सिमट बेटी जूता हिन्दी कविता बर्बाद लडूंगा उजालों मुकाम अपमान पत्थर फलक दर ऊपरवाला बसेरा जिंदगी शिकायत

Hindi लूटा Poems