हम न होते तो तेरी जिंदगी बरबाद होती, तू कहीं का ना होता गर तेरे साथ न होती, हम न होते तो तेरी जिंदगी बरबाद होती, तू कहीं का ना होता गर तेरे साथ न होती,
सबने हमें अपना बनकर ही लूटा, किसी ने न दिया निःस्वार्थ खूंटा सबने हमें अपना बनकर ही लूटा, किसी ने न दिया निःस्वार्थ खूंटा
जिस थाली में खाया, उसी में छेद किया, हमें दिखाया अंगूठा है जिस थाली में खाया, उसी में छेद किया, हमें दिखाया अंगूठा है
आसमान छूना उसकी चाहत, कभी ऐसी उसे मिली न राहत। आसमान छूना उसकी चाहत, कभी ऐसी उसे मिली न राहत।
कभी अंधेरों ने की शिरकत तो कभी यहां उजालों का आगाज रहा है। कभी अंधेरों ने की शिरकत तो कभी यहां उजालों का आगाज रहा है।
जो कहते थे उसको बेटी, समझने लगे अब कमसिन कली जो कहते थे उसको बेटी, समझने लगे अब कमसिन कली