जो तेरा चाँद सा चेहरा मेरे सर-ए-बाम पे होगा। जो तेरा चाँद सा चेहरा मेरे सर-ए-बाम पे होगा।
फ़िर आज़ाद होकर हौसलों की उड़ान भरते है फ़िर आज़ाद होकर हौसलों की उड़ान भरते है
पंख फैलाकर उड़ना है फलक पर। पंख फैलाकर उड़ना है फलक पर।
जरा तू फ़लक से नज़र भी हटाले ज़मी में बहुत से मिलेंगे सितारे। जरा तू फ़लक से नज़र भी हटाले ज़मी में बहुत से मिलेंगे सितारे।
मेरी इस पहचान को जो खुद से हुई। मेरी इस पहचान को जो खुद से हुई।
बस मेरी ही किस्मत थी राधा की तरह। बस मेरी ही किस्मत थी राधा की तरह।