वो बडी़ नखरे वाली हैं
वो बडी़ नखरे वाली हैं
बातों बातों में फटकार लगातीं हैं
कभी पास जाऊं तो दूर चलीं जातीं हैं
गुस्सा तो उसकी नाक पर होता है
छूते ही छुईमुई सी हो जातीं हैं
खुद को कुछ पता नहीं पर
मुझे दुनियादारी सीखाती हैं
अगर छोड़ दूं उसे भीड़ में तो
अजनबी जैसे गुम हो जातीं हैं
बड़े नटखट है और उसकी कुछ
शरारतें मुझे अच्छी भी लगतीं हैं
उम्र तो हो चुकी है फिर भी
हरकतों में अब भी बच्चीे लगतीं हैं
मेरे साथ वक्त बिताने के लिए
जाने कितने बहाने उसके पास है
दिल लगाते वक्त हीं उसने कहा था
मेरा प्यार उसके लिए सबसे खास हैं
मैं देर हो जाऊं जो कभी तो
बड़बड़ा के शायद देती गाली है
अरे अब और क्या क्या बताऊं
बस समझो कि बड़े नखरे वाली है।

